
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माँझी ने आरक्षण नीति को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने आरक्षण की समीक्षा के लिए 10 वर्षों की अवधि तय की थी। उनका मानना है कि इस समीक्षा से यह पता चल सकेगा कि कौन से वर्ग को कितना लाभ मिला है और इससे पिछड़े वर्गों के विकास में मदद मिलेगी।
माँझी का यह बयान आरक्षण नीति पर चल रही बहस के बीच आया है और इससे संबंधित मुद्दों पर नई बहस की शुरुआत हो सकती है।