
भोपाल । एम्स भोपाल की प्रो. (डॉ.) रेखा लालवानी को उनके अभिनव मस्तिष्क सेक्शनिंग उपकरण “सीरियल सेक्शन कटर” के लिए पेटेंट (पेटेंट नंबर 562575) प्राप्त हुआ है। यह उपकरण मस्तिष्क के सटीक और समान स्लाइसिंग को सुनिश्चित करता है, जिससे चिकित्सा शिक्षा, फॉरेंसिक अध्ययन और न्यूरोसर्जिकल प्रशिक्षण में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
प्रमुख बिंदु:
मस्तिष्क स्लाइसिंग में पारंपरिक विधियों की चुनौतियों का समाधान
एनाटॉमिकल, फॉरेंसिक और न्यूरोसर्जिकल रिसर्च में नई तकनीकी प्रगति
टिकाऊ, ऑटोक्लेव योग्य और सर्जिकल ग्रेड स्टील से निर्मित उपकरण
मस्तिष्क सेक्शनिंग में तकनीकी क्रांति
मस्तिष्क की जिलेटिन जैसी संरचना और चिकनाहट के कारण पारंपरिक स्लाइसिंग विधियों में कठिनाई होती है। डॉ. लालवानी के सीरियल सेक्शन कटर में संरचित ब्लेड असेंबली और ऊँचा होल्डर डिज़ाइन है, जो सटीकता, स्थिरता और उपयोग में आसानी को बढ़ाता है।
एम्स भोपाल की तकनीकी उपलब्धि
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा,
“डॉ. रेखा लालवानी का यह अभिनव आविष्कार हमारे संस्थान की तकनीकी प्रगति और अनुसंधान उत्कृष्टता को दर्शाता है। यह उपकरण एनाटॉमिकल अध्ययन, फॉरेंसिक जांच और न्यूरोसर्जिकल प्रशिक्षण को और अधिक उन्नत बनाएगा।”
चिकित्सा अनुसंधान और नवाचार में बड़ा कदम
यह पेटेंटेड उपकरण मानकीकृत, सटीक और कुशल मस्तिष्क विभाजन प्रक्रिया प्रदान करेगा, जिससे शोध, निदान और चिकित्सा प्रशिक्षण अधिक प्रभावी होगा। इस उपलब्धि ने एम्स भोपाल को चिकित्सा नवाचार और अनुसंधान में अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया है।