भोपाल के आंचलिक विज्ञान केंद्र में बाल दिवस 2025 को बच्चों की जिज्ञासा, नवाचार और वैज्ञानिक सोच को समर्पित करते हुए विज्ञान-आधारित कई रोचक कार्यक्रम आयोजित किए गए। अलग-अलग विद्यालयों से आए सैकड़ों बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और वैज्ञानिक समझ का प्रदर्शन किया।
बाल दिवस पर विज्ञान का उत्सव
आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में आज का दिन बच्चों की रचनात्मक ऊर्जा और वैज्ञानिक सोच को समर्पित रहा। बालपन गीली मिट्टी के घड़े की तरह होता है इसी प्रेरणास्पद विचार को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक और कौशल-विकास आधारित गतिविधियों का आयोजन किया।
वैज्ञानिक खिलौना निर्माण कार्यशाला – जिज्ञासा से नवाचार तक
कक्षा 6 से 9 तक के विद्यार्थियों ने इस कार्यशाला में विविध प्रयोगों के माध्यम से वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझा और स्वयं सरल मॉडल तैयार किए।
कुल प्रतिभागी: 28 विद्यार्थी
बच्चों ने गुरुत्वाकर्षण, दाब, ऊर्जा और गति जैसे सिद्धांतों को मॉडल बनाकर practically समझा।
2. बैठो और चित्र बनाओ प्रतियोगिता – कल्पना का रंग संसार
कक्षा 3 से 5 तक के बच्चों ने “हमारे सौर मंडल के ग्रह” विषय पर अपनी कल्पनाओं को रंगों के माध्यम से उतारा।
कुल प्रतिभागी: 61 विद्यार्थी
आकर्षक कलाकृतियों में बच्चों ने सूर्य, पृथ्वी, मंगल, शुक्र सहित सभी ग्रहों को अपनी दृष्टि से खूबसूरती से चित्रित किया।
3. विज्ञान शो – सुपर कूल बॉडीज़ का रोमांच
सभी आयु वर्ग के बच्चों के लिए आयोजित इस शानदार शो में तापमान, पदार्थ की अवस्थाएँ और वैज्ञानिक प्रभावों पर आधारित प्रयोगों ने बच्चों को रोमांचित कर दिया।
बर्फ, धुआँ, द्रव्य और ऊर्जा से जुड़े अनुभवों ने बच्चों को विज्ञान की अद्भुत दुनिया से रूबरू कराया।
बच्चों के उत्साह ने बनाया बाल दिवस यादगार
कार्यक्रमों में बच्चों की सक्रिय सहभागिता, रचनात्मकता और वैज्ञानिक जिज्ञासा ने इस बाल दिवस को खास बना दिया। आंचलिक विज्ञान केंद्र ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ व्यक्त करते हुए आगे भी ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया।
बाल दिवस 2025: आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल में विज्ञान आधारित गतिविधियों का शानदार आयोजन, बच्चों ने दिखाई अद्भुत प्रतिभा
