भिण्ड: मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जिला पंचायत भिण्ड, जगदीश कुमार गोमे ने गंभीर लापरवाही और कर्तव्यहीनता के आरोप में ग्राम पंचायत करियावली, जनपद पंचायत लहार के सचिव कोमल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई पंचायत में चल रहे भ्रष्टाचार, गड़बड़ियों और विकास कार्यों के ठप्प होने की शिकायतों के बाद की गई है।
मुख्य कारण और आरोप:
विकास कार्य ठप्प: ग्राम पंचायत करियावली में सरपंच और सचिव के बीच विवाद के कारण सभी विकास कार्य रुक गए हैं।
अनियमितता: सचिव पर हजारों रुपये की अनियमित निकासी का आरोप है।
वीडियो वायरल: एक वीडियो में सचिव को शराब के नशे में ओटीपी देने के नाम पर पैसे मांगते हुए देखा गया।
साफ-सफाई में गड़बड़ी: पंचायत में साफ-सफाई के नाम पर निकाली गई राशि का कोई उपयोग नहीं हुआ। गली-मोहल्लों में गंदगी और मच्छरों के कारण बीमारियां फैल रही हैं।
ग्रामीणों की शिकायत: पंचायत के हालात को लेकर ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री और जिलाधिकारी से कठोर कार्रवाई की मांग की थी।
कार्रवाई का विवरण:
सीईओ ने बताया कि सचिव को उनके पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही के कारण निलंबित किया गया है।
निलंबन अवधि के दौरान कोमल सिंह का मुख्यालय जिला पंचायत भिण्ड नियत किया गया है।
उन्हें शासन नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।
SEO-Friendly कीवर्ड्स:
भिण्ड पंचायत सचिव निलंबन
ग्राम पंचायत करियावली विवाद
भ्रष्टाचार और लापरवाही पर कार्रवाई
पंचायत विकास कार्य ठप्प
मध्य प्रदेश पंचायत भ्रष्टाचार
इस मामले ने पंचायत प्रशासन में व्याप्त अनियमितताओं को उजागर किया है और ग्रामीणों की आवाज पर कार्रवाई का उदाहरण पेश किया है। ग्रामीणों को अब न्याय की उम्मीद है।