
बिजनौर (सुहागपुर), उत्तर प्रदेश –
10 मई की शाम एक युवा प्रेम कहानी खौफनाक मोड़ लेती है, जब नौकरी पाने की जद्दोजहद में नाकाम युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। रुचिका मर्डर केस में पुलिस ने आरोपी शिवम, उसके पिता ऋषिपाल और मां सुमेश को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
रुचिका और शिवम लंबे समय से रिश्ते में थे। मगर रुचिका की एक ही शर्त थी – सरकारी नौकरी मिलने पर ही शादी करेगी।
शिवम ने कई बार प्रयास किया, UP पुलिस भर्ती, अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी बीच, रुचिका की सगाई एक व्यापारी से तय हो गई, जिससे शिवम मानसिक रूप से टूट गया।
10 मई को रची गई साजिश
शिवम ने आरएसएम कॉलेज में मिलने के बहाने रुचिका को बुलाया और अपने घर ले गया। वहां शादी की बात दोबारा उठी लेकिन रुचिका ने साफ इनकार कर दिया। गुस्से में आकर शिवम ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को कई घंटों तक घर में छुपाया गया।
नहर में फेंका गया शव – माँ भी थी साथ
शाम को खराब मौसम का फायदा उठाकर, शिवम ने रुचिका के शव को बाइक पर ऐसे बैठाया जैसे वह जिंदा हो। उसकी मां पीछे बैठी थी। नहर के पास पहुंचकर शव को फेंक दिया गया।
पुलिस ने तीनों को किया गिरफ्तार
शिवम, उसकी मां सुमेश, और पिता ऋषिपाल तीनों को हत्या और साक्ष्य मिटाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
समाज को झकझोर देने वाला सवाल
क्या नौकरी और प्रेम की विफलता अब हत्या का कारण बनने लगी है? रुचिका की एक ‘शर्त’ ने उसकी जान ले ली और शिवम के पूरे परिवार को अपराधी बना दिया।