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भोपाल क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई: 5.6 लाख रुपये की धोखाधड़ी और नकली नोट बनाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

560,000 रुपये की धोखाधड़ी में लिप्त आरोपी गिरफ्तार

नकली नोट बनाने के उपकरण बरामद

घटना के बाद एक आरोपी फरार

थाना क्राइम ब्रांच की टीम की सराहनीय कार्रवाई


भोपाल: भोपाल में अपराध पर लगाम लगाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त (अपराध) अखिल पटेल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान और सहायक पुलिस आयुक्त मुख्तार कुरैशी के निर्देशन में किया गया।

घटना का विवरण

भोपाल के इटखेड़ी थाना क्षेत्र निवासी राजकुमार मेहरा ने शिकायत दर्ज करवाई कि कुछ आरोपियों ने नकली नोट बनाने के नाम पर उनसे 5.6 लाख रुपये की ठगी की। मुख्य आरोपी उस्मान खान ने राजकुमार को नकली नोट बनाने वाले गिरोह से मिलवाया। इस गिरोह में आरिफ उर्फ बाबू और शेरू उर्फ राजकुमार पटेल भी शामिल थे।

आरोपियों ने राजकुमार को दिखाया कि किस तरह कांच की प्लेट और केमिकल का इस्तेमाल कर नकली नोट बनाए जा सकते हैं। विश्वास में आकर राजकुमार ने गिरोह को 3 लाख रुपये नकद दिए और बाकी राशि का इंतजाम करने का वादा किया। लेकिन आरोपी इसके बाद फरार हो गए और ठगी का शिकार राजकुमार ने क्राइम ब्रांच से मदद मांगी।

क्राइम ब्रांच की कार्रवाई

शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने संभावित ठिकानों पर आरोपियों की तलाश शुरू की। फरियादी राजकुमार की सूचना पर टीम ने भानपुर क्षेत्र में दबिश दी और दो आरोपियों—आरिफ अली उर्फ बाबू और रियाज अली—को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने ठगी की बात स्वीकार की और बताया कि नकली नोट बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरण और बची हुई रकम उनके ठिकानों पर रखी है।

पुलिस ने आरोपियों के बताए स्थान से एक बैग में कांच की प्लेट, पाउडर, केमिकल, नकली नोट और 500 रुपये के असली नोट बरामद किए। रियाज के घर की अलमारी से भी नकदी बरामद की गई। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर फरार आरोपी शेरू पटेल के निवास पर छापा मारा गया, लेकिन वहां ताला लगा मिला।

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं और फरार आरोपी शेरू पटेल की तलाश जारी है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का खुलासा हो सके।

टीम की सराहनीय भूमिका

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अशोक मरावी, सउनि अजय सिंह, प्रआर सुमित शाह, योगेंद्र पंथी, अनंत सोमवंशी, विक्रम पचवारिया और सुनील चंदेल ने अहम भूमिका निभाई।




निष्कर्ष:
भोपाल क्राइम ब्रांच की इस सफल कार्रवाई ने शहर में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की तत्परता को दर्शाया है। नकली नोट बनाने और धोखाधड़ी करने वाले इन आरोपियों की गिरफ्तारी से भविष्य में ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।

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