भोपाल: मोतीलाल ऑसवाल की फर्जी वेबसाइट से 86 लाख की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार
भोपाल की सायबर क्राइम ब्रांच टीम ने फर्जी वेबसाइट के माध्यम से निवेशकों को BULK ट्रेडिंग और IPO में निवेश का झांसा देकर 86 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पुलिस उपायुक्त (अपराध) अखिल पटेल के निर्देशानुसार सायबर क्राइम टीम ने यह कार्रवाई की।
### ऐसे दिया गया धोखाधड़ी को अंजाम:
शिकायतकर्ता ने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों ने व्हाट्सएप के जरिए संपर्क कर खुद को **मोतीलाल ऑसवाल पीएमएस** से जुड़ा बताया और BULK ट्रेडिंग व IPO में निवेश कराने का झांसा देकर उनसे 86 लाख रुपये ऐंठ लिए। फ्रॉड करने वालों ने उन्हें फर्जी वेबसाइट की लिंक भेजी और निवेश की राशि दिखाने के लिए नकली रसीद मेल की, जिससे शिकायतकर्ता को उनके जाल में फंसाने में कामयाब रहे।
जांच में पाया गया कि आरोपियों ने व्हाट्सएप नंबर, बैंक खाते और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर यह धोखाधड़ी की थी। सायबर क्राइम ब्रांच ने अपराध क्रमांक 114/2024 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की और आरोपियों को भोपाल से गिरफ्तार किया।
### पुलिस ने ऐसे पकड़ा ठगों को:
सायबर क्राइम टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर बैंक खातों की जानकारी एकत्रित की और घटनास्थल की पहचान की। तीनों आरोपियों को भोपाल के मिनाल रेसिडेंसी से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए।
### गिरफ्तार आरोपियों का विवरण:
1. **सचिन कुमार गौतम** (30) –
– **पता**: फ्लैट नंबर एफ-04, बिल्डिंग नंबर B-2, गेट नंबर 5, मिनाल रेसिडेंसी, अयोध्या नगर, भोपाल
– **शिक्षा**: स्नातक
– **भूमिका**: फर्जी बैंक खाते का उपयोग कर ठगी का संचालन
2. **निखिल सिंह लोधी** (21) –
– **पता**: डी-48, न्यू मिनाल रेसिडेंसी, अयोध्या नगर, भोपाल
– **शिक्षा**: स्नातक
– **भूमिका**: खाताधारक सचिन से बैंक खाता खरीदकर कमीशन के आधार पर दूसरे ठगों को उपलब्ध कराना
3. **आकाश कौरव** (23) –
– **पता**: मकान नंबर 101, सेमरा कलां, पुरुषोत्तम नगर, अशोका गार्डन, भोपाल
– **शिक्षा**: 10वीं पास
– **भूमिका**: फर्जी बैंक खाते खुलवाने और निखिल को ठगी के लिए खाता उपलब्ध कराने में मदद करना
### पुलिस की टीम:
इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक सुनील रघुवंशी, सहायक उपनिरीक्षक चिन्ना राव, प्रधान आरक्षक दीपक चौबे, जितेन्द्र मेहरा, लालजीत बरेलिया, राहुल कुमार, प्रताप सिंह, और शैलेन्द्र सिंह की अहम भूमिका रही।
### भोपाल सायबर क्राइम की सतर्कता:
भोपाल पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह संगठित अपराध का खुलासा हुआ है। पुलिस टीम अब इस मामले से जुड़े अन्य अपराधियों का पता लगाने में जुटी हुई है और आम नागरिकों को इस प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है।