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भोपाल रेलवे अपडेट: लोको पायलटों को मिल रही हैं बेहतर सुविधाएं, कार्यस्थल का लगातार हो रहा है आधुनिकीकरण – रेलवे प्रशासन का सराहनीय कदम

भोपाल। भारतीय रेलवे में लोको पायलटों की कार्य परिस्थितियों में सुधार को लेकर लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। भोपाल रेल मंडल के अंतर्गत लोको पायलटों के लिए आधुनिक और आरामदायक सुविधाएं सुनिश्चित करने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक श्री देवाशीष त्रिपाठी के नेतृत्व में रेलवे प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि रेल सुरक्षा, समयबद्ध संचालन और लोको पायलटों की स्वास्थ्यगत जरूरतों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।

वातानुकूलित रनिंग रूम और बेहतर विश्राम सुविधाएं
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया के अनुसार, वर्ष 2014 से पहले देशभर में एक भी रनिंग रूम एयरकंडीशंड नहीं था, लेकिन अब सभी रनिंग रूम को वातानुकूलित कर दिया गया है। इन रूम्स में लोको पायलटों को आधुनिक बेड, रीडिंग लाइट, स्वच्छ शौचालय और मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान की गई हैं, ताकि उन्हें यात्रा के बाद बेहतर विश्राम मिल सके।

एडवांस लोको कैबिन्स – तकनीक और सुविधा का संगम
अब आधे से अधिक लोकोमोटिव कैबिन्स में एयर कंडीशनिंग की सुविधा उपलब्ध है। एर्गोनोमिक सीटें, वाइड विंडशील्ड और अन्य उपयोगी फीचर्स को जोड़कर लोको पायलटों के लिए लंबे समय तक आरामदायक संचालन सुनिश्चित किया गया है।

लोकोमोटिव्स में शौचालय – एक महत्वपूर्ण पहल
रेलवे द्वारा सभी नए लोकोमोटिव्स में शौचालय को अनिवार्य किया गया है। पुराने इंजनों में भी रेट्रोफिटिंग के माध्यम से शौचालय जोड़े जा रहे हैं, जो लोको पायलटों की प्राथमिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर एक बड़ा और सराहनीय कदम है।

रनिंग रूम का निर्माण और कार्य घंटों में सुधार
जिन मार्गों पर ट्रेनों की आवाजाही अधिक है, वहां नए रनिंग रूम का निर्माण किया गया है, जिससे लोको पायलटों को बीच-बीच में पर्याप्त विश्राम का समय मिल रहा है। इससे कार्य-घंटों में संतुलन बना है और थकान कम हुई है।

कोहरे और खराब मौसम में सुरक्षा के लिए नई तकनीकें
भारतीय रेल ने परिचालन की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए फॉग-सेफ्टी डिवाइस, ड्राइवर अलर्ट सिस्टम, उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम और ‘कवच’ जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाया है। इससे लोको पायलटों को तकनीकी रूप से बेहतर सपोर्ट मिल रहा है।

यार्डों, स्टेशनों पर सुविधाएं और वॉकी-टॉकी कनेक्टिविटी
मालगाड़ी, पैसेंजर, मेल/एक्सप्रेस व मेट्रो ट्रेनों के चालक दल को विश्राम, नाश्ता और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं स्टेशन स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा वॉकी-टॉकी की सुविधा से लोको पायलट और स्टेशन स्टाफ के बीच निरंतर समन्वय सुनिश्चित किया जा रहा है।

रेलवे प्रशासन का उद्देश्य
रेलवे प्रशासन का निरंतर प्रयास है कि लोको पायलटों को एक ऐसा कार्य वातावरण मिले जो सुरक्षित, आरामदायक और तकनीकी रूप से उन्नत हो। यह पहल भारतीय रेल की परिचालन गुणवत्ता और कर्मचारियों के कार्यसंतोष दोनों को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध हो रही है।

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