संजय राउत के खिलाफ भोपाल महिला मोर्चा ने की शिकायत, लाड़ली बहना योजना पर गलत बयानबाजी का आरोप

भोपाल: शिवसेना के नेता संजय राउत की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिला भोपाल महिला मोर्चा ने संजय राउत के खिलाफ क्राइम ब्रांच, एमपी नगर में शिकायत दर्ज कराई है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष सुषमा चौहान ने बताया कि संजय राउत ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक विवादित पोस्ट साझा की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मध्यप्रदेश में चल रही ‘लाड़ली बहना योजना’ बंद हो गई है और जल्द ही महाराष्ट्र में भी इसे बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने इस योजना को अप्रभावी बताते हुए इसे असफल करार दिया। सुषमा चौहान ने आरोप लगाया कि संजय राउत द्वारा झूठी अफवाह फैलाकर राज्य की महिलाओं को भड़काने और प्रदेश की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।

महिला मोर्चा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि संजय राउत के बयान का उद्देश्य मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा सरकार की छवि को धूमिल करना है। सुषमा चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार लाड़ली बहनों के खातों में प्रतिमाह ₹1250 जमा कर रही है, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार महिला कल्याण और सशक्तिकरण के लिए लगातार काम कर रही है, और इस तरह के भ्रामक बयान पूरी तरह से निंदनीय हैं।

महिला मोर्चा ने की सख्त कार्रवाई की मांग:

महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने एमपी नगर क्राइम ब्रांच पहुंचकर संजय राउत के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान न सिर्फ महिलाओं को भ्रमित करते हैं, बल्कि भाजपा सरकार के जनकल्याणकारी प्रयासों को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं।

मुख्य बिंदु:

1. शिवसेना नेता संजय राउत पर लाड़ली बहना योजना को लेकर भ्रामक बयान देने का आरोप।


2. भोपाल महिला मोर्चा ने एमपी नगर क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई शिकायत।


3. भाजपा की छवि धूमिल करने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश का आरोप।


4. प्रदेश सरकार द्वारा लाड़ली बहनों के खातों में हर महीने ₹1250 जमा किए जा रहे हैं।



इस पूरे घटनाक्रम से संजय राउत और भाजपा के बीच सियासी तनातनी और बढ़ने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर क्या कदम उठाए जाते हैं।

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