भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से की मुलाकात, नर्सिंग घोटाले से प्रभावित छात्रों की समस्याओं पर चर्चा

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नर्सिंग घोटाले से प्रभावित छात्रों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की। उनके साथ कांग्रेस नेता विवेक त्रिपाठी और नर्सिंग घोटाले के व्हिसलब्लोअर रवि परमार भी मौजूद थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया।
दिग्विजय सिंह ने बताया कि नर्सिंग घोटाले से मध्य प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राएं प्रभावित हुए हैं।
चर्चा के मुख्य बिंदु:
1. परीक्षा परिणामों में देरी: नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं के लंबे समय के बाद भी हजारों छात्रों के परीक्षा परिणाम जारी नहीं किए गए हैं।
2. नामांकन की प्रक्रिया: सत्र 2021-22 और 2022-23 के छात्र-छात्राओं की नामांकन की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है, जिसके कारण वे 3-4 साल से फर्स्ट ईयर में ही हैं।
3. PNST 2022 परीक्षा परिणाम: शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की गई PNST (प्री नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट) 2022 परीक्षा में 66,000 छात्राओं ने भाग लिया था, लेकिन परिणाम आज तक जारी नहीं हुए हैं।
4. अनसूटेबल कॉलेजों का मसला: 66 अनसूटेबल (अपात्र) नर्सिंग कॉलेजों के हजारों छात्रों को सूटेबल (पात्र) नर्सिंग कॉलेजों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जानी चाहिए।
5. फीस में रियायत: सरकार की लापरवाही के कारण लाखों नर्सिंग छात्रों के 3 से 4 साल बर्बाद हुए हैं। इसके एवज में सरकार को छात्रों को फीस में रियायत देनी चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान निकालने का आग्रह किया ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे।