
भोपाल । राजधानी के जहांगीराबाद थाना इलाके में स्थित एक मस्जिद के पते पर बांग्लादेशी नागरिक द्वारा पासपोर्ट बनवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार यह पासपोर्ट साल 2022 में बनवाया गया था, लेकिन इसका खुलासा लंबे समय बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की छानबनी के दौरान पकड़ में आया। बाद में भोपाल पुलिस को इसकी जांच के निर्देश दिए गए। सूत्रो का कहना है कि जांच में सामने आया कि जिस एएसआई को वेरिफिकेशन की जिम्मेदारी दी गई थी उसने बिना पते पर जाए ही उसे वेरिफाई कर दिया था। लापरवाही बरतने वाले एएसआई पर गाज गिरी है, अधिकारियो ने उसे सस्पेंड कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक मूल रुप से बांग्लादेश के रहने वाले बिप्लव पॉल ने साल 2022 में पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन दिया था। विप्लव ने खुद को हरदा का मूल निवासी बताते हुए वसुंधरा बैंक कॉलोनी के पते के बनवाए हुए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लगाए थे। बाद में 26 अक्टूबर 2022 को जहांगीराबाद थाना पुलिस को वेरिफिकेशन के लिए आवेदन मिला। उस समय कार्यवाहक एएसआई शिवनाथ यदुवंशी ने इसका वेरिफिकेशन किया था, इस वेरिफिकेशन के आधार पर बिप्लव का पासपोर्ट बन गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच में सामने आया कि बांग्लादेशी ने यह पासपोर्ट फर्जी पते पर बनवाया है। जांच के बाद एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। अधिकारियो का कहना है कि मामले में आगे की जॉच की जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी। सूत्रो का कहना है कि पुलिस जल्द ही पार्सपोर्ट बनवाने वाले व्यक्ति के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की तैयारी में है।