
भोपाल । पश्चिम मध्य रेलवे के बनापुरा सेक्शन में कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है, जिसमें PWI इंचार्ज अमित कुमार सिंह पर कर्मचारियों को धमकाने, चिल्लाने और लगातार मानसिक दबाव डालने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में वायरल हुए एक ऑडियो क्लिप ने स्थिति को और भी स्पष्ट कर दिया है, जिसमें इंचार्ज एक मेट केवल राम मुकदम से अशोभनीय भाषा में बात करते हुए सुना जा सकता है।
क्या है मामला?
इंचार्ज अमित कुमार द्वारा मेट को ड्यूटी ऑफ के बाद भी फोन कर, सख्त और अपमानजनक भाषा में बात की गई। कर्मचारी ने बताया कि सेक्शन में सीआरओ (Caution Required Operation) की सूचना मिलने के बाद दो कर्मचारियों को भेजकर कार्य करवा दिया गया था, जिसकी जानकारी स्टेशन को भी दे दी गई थी। इसके बावजूद इंचार्ज द्वारा उसे खुद घटनास्थल पर जाने को लेकर डांटा गया और धमकियां दी गईं। कर्मचारियों का आरोप है कि इंचार्ज अकसर गाली-गलौज और सस्पेंशन की धमकियों के माध्यम से स्टाफ पर दबाव बनाते हैं।
कर्मचारी बोले – “हम इंसान हैं, मशीन नहीं”
एक कर्मचारी ने गुमनाम रूप से बताया कि हम लोग दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन हमें इंसान नहीं समझा जाता। डर और तनाव में काम करना पड़ता है। कोई गलती हो या न हो, सजा का डर हमेशा बना रहता है। कर्मचारियों का यह भी कहना है कि अमित कुमार को लंबे समय से बनापुरा सेक्शन में तैनात रखा गया है, जिससे उनमें एकाधिकार की भावना आ गई है और वे खुद को “शहंशाह” समझने लगे हैं।
यूनियन का आरोप – तानाशाही रवैये के कारण WCREU की छवि को नुकसान
यह भी आरोप लगाया कि अमित कुमार जैसे अधिकारी, जो स्वयं WCREU (West Central Railway Employees Union) के पदाधिकारी हैं, उनके इसी तानाशाही रवैये के चलते यूनियन की साख और मान्यता को भी नुकसान पहुंचा है। “यही वजह है कि आज कर्मचारी यूनियन के बैनर से भी दूरी बना रहे हैं।
कर्मचारियों की मांग:
इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। ऑडियो क्लिप की जांच कर उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। मानव संसाधन व्यवहार प्रशिक्षण दिया जाए ताकि अधिकारी कर्मचारियों से बेहतर व्यवहार करें।लंबे समय से एक ही सेक्शन में पदस्थ अधिकारियों का स्थानांतरण किया जाए।