मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्रियों ने किया नेतृत्व, दो लाख से अधिक नागरिकों ने लिया भाग
भोपाल । “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की थीम पर आधारित 11वाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मध्यप्रदेश में अत्यंत उत्साह एवं व्यापक जनभागीदारी के साथ मनाया गया। राज्य के सभी प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों, जैसे चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में एक साथ “योग संगम” का आयोजन किया गया। साथ ही यह कार्यक्रम स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, पंचायत भवनों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी आयोजित हुआ, जिससे योग के प्रति जनजागरूकता और सहभागिता सुनिश्चित की जा सके।
योग: व्यक्तिगत से वैश्विक स्वास्थ्य तक
इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” का उद्देश्य था कि योग केवल व्यक्तिगत लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, मानसिक, और यहां तक कि पृथ्वी के पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए भी हितकारी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस अवसर पर नागरिकों से आग्रह किया कि वे दैनिक जीवन में योग को अपनाकर तनाव, जीवनशैली संबंधी रोगों और मानसिक व्याधियों से छुटकारा पा सकते हैं।
प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने दिया नेतृत्व
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम से राष्ट्र को संबोधित किया और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के वैश्विक महत्त्व को रेखांकित किया।
वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के अटल पथ पर राज्य स्तरीय योग सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उइके, और भोपाल सांसद वीडी शर्मा ने भाग लिया।
रीवा, भीमबेटका सहित सभी जिलों में हुआ योगाभ्यास
रीवा जिले में आयोजित जिला स्तरीय योग कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, आईजी श्री गौरव राजपूत, और संभागीय कमिश्नर बीएस जामोद जैसे वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
वहीं विश्व धरोहर स्थल भीमबेटका में स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने योग सत्र का नेतृत्व किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि योग संस्कृति को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों से जोड़कर जनमानस को प्रेरित किया जा रहा है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर विशेष आयोजन
राज्य के 10,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स (CHOs) द्वारा प्रात: 7 बजे से सामूहिक योगाभ्यास सत्र आयोजित किए गए। कार्यक्रम की व्यापकता को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 18 जून से ही जागरूकता अभियान प्रारंभ कर दिया गया था, जिसमें स्कूली बच्चे, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, स्व-सहायता समूह, जन अभियान परिषद, स्वयंसेवी संस्थाएं, स्काउट-गाइड जैसे संगठनों की भागीदारी रही।
व्यापक प्रशासनिक तैयारी और सफलता
योग दिवस को सफल बनाने हेतु मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और आयुक्त, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश की लगभग 9,000 स्वास्थ्य संस्थाओं में सफलतापूर्वक योग सत्रों का संचालन किया गया, जिनमें 2 लाख से अधिक नागरिकों ने सहभागिता निभाई।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर मध्यप्रदेश ने न केवल सहभागिता का नया मानदंड स्थापित किया, बल्कि यह भी प्रमाणित किया कि योग आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मानसिक और शारीरिक संतुलन का सरलतम उपाय है। शासन की ओर से योग को जन-जन तक पहुँचाने का यह प्रयास निश्चित ही प्रदेश की स्वास्थ्य जागरूकता और जीवनशैली में दीर्घकालीन सुधार का आधार बनेगा।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में हुआ भव्य “योग संगम” का आयोजन
