25 नवंबर 2025 ‘दिल्ली चलो’ का नारा, पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण समाप्ति को लेकर राष्ट्रीय महारैली की तैयारी तेज

विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में होगा देशव्यापी शक्ति प्रदर्शन
भोपाल। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने 25 नवंबर 2025 को दिल्ली चलो का नारा देते हुए पुरानी पेंशन बहाली, निजीकरण-निगमीकरण की समाप्ति और शिक्षा में RTE से पहले TET की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग को लेकर एक भव्य संवैधानिक महारैली के आयोजन की घोषणा की है। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में देश भर के कर्मचारी, अधिकारी और विभिन्न विभागों से जुड़े संगठनों के शामिल होने की संभावना है।
NPS लागू होने के बाद से संघर्ष जारी,15 साल का बड़ा आंदोलन
भारत सरकार ने 2004 में केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 2005 में राज्यों में नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) लागू की थी। इसके बाद से ही पुराने पेंशन सिस्टम को बहाल करने की मांग लगातार उठती रही है। विजय कुमार बंधु पिछले 15 वर्षों से इस राष्ट्रीय आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। आंदोलन के दबाव में केंद्र सरकार ने 24 अगस्त 2024 को यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा की, जिसे 1 जनवरी 2025 से लागू किया गया। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अब तक देशभर में सिर्फ 3% कर्मचारियों ने ही UPS को अपनाया है।विजय कुमार बंधु ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार कर्मचारियों को NPS, UPS और ओल्ड पेंशन स्कीम में से किसी एक को चुनने का खुला विकल्प दे। यदि OPS बहाल होती है तो हम आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा करने के लिए तैयार हैं।
महारैली की तैयारियों में राष्ट्रीय टीम सक्रिय
दिल्ली में होने वाली महारैली को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तैयारियां तेज हैं। इन प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा मध्यप्रदेश में संघन दौरा चल रहा है स्थित प्रज्ञा, राष्ट्रीय महासचि, प्रेम सागर, राष्ट्रीय संयोजक (डिफेंस), अमरीक सिंह, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव (रेलवे), परमानंद डेहरिया, राष्ट्रीय सचिव, प्रांताध्यक्ष (MP)। मध्यप्रदेश से रेलवे, डिफेंस, केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों के 56 विभागों से हजारों लोग दिल्ली पहुंचेंगे। यह प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी मानी जा रही है।
जबलपुर में 16 नवंबर को महत्वपूर्ण बैठक
25 नवंबर की महारैली को लेकर अगली महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक 16 नवंबर 2025 को जबलपुर में आयोजित की जाएगी। इसमें डिफेंस, रेलवे और राज्य कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में सिवनी, मंडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, डिंडोरी, मैहर के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
संघर्ष के निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ता आंदोलन
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम का यह प्रदर्शन देशभर के लाखों कर्मचारियों की उम्मीदों से जुड़ा है। 25 नवंबर की दिल्ली महारैली को इस आंदोलन का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। कर्मचारियों की नज़र अब केंद्र सरकार के अगले कदम पर है, क्या पुरानी पेंशन बहाल होगी या संघर्ष आगे बढ़ेगा, इसका फैसला वही तय करेगा।



