आज अमेरिका के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने उतरेगा इंग्लैंड
बेहतर रन रेट से देनी होगी मात….तब बनेगी बात
समय : रात 8 बजे।
ब्रिजटाउन । गत चैंपियन इंग्लैंड को टी20 विश्व कप में अगर अपनी उम्मीदें जिंदा रखना हैं, तब इंग्लिश टीम को अमेरिका के खिलाफ रविवार को होने वाले सुपर आठ के अपने अंतिम मैच में बड़ी जीत दर्ज करनी होगी। इंग्लैंड के बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच में 164 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर सके और मैच में हार के कारण उसका नेट रन रेट भी गड़बड़ा गया।
वेस्टइंडीज की अमेरिका के खिलाफ बड़ी जीत से ग्रुप में सेमीफाइनल में पहुंचने की दौड़ रोमांचक हो गई है। ऐसी परिस्थितियों में इंग्लैंड को अपने नेट रन रेट में सुधार करने के लिए अमेरिका पर बड़ी जीत दर्ज करनी होगी। द.अफ्रीका ने ग्रुप दो में अपने दोनों मैच जीते हैं और वह अभी शीर्ष पर काबिज है, लेकिन वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की जीत से समीकरण बदल सकते हैं। तीनों टीम में अभी वेस्टइंडीज का नेट रन रेट बेहतर है।
अभी किसी भी टीम ने सेमीफाइनल में सीट पक्की नहीं की है। इंग्लैंड को अंतिम चार में जगह बनाने के लिए अमेरिका के खिलाफ कम से कम 10 रन या एक ओवर शेष रहते हुए जीत हासिल करनी होगी। अगर इंग्लैंड ऐसा करने में सफल होता, तब द.अफ्रीका की मुश्किल बढ़ जाएगी क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ यहां तक कि सुपर ओवर में हारने पर भी वह बाहर होगा। यदि दक्षिण अफ्रीका जीत दर्ज करने में सफल रहता है और इंग्लैंड की टीम अमेरिका से हार जाती है तब फिर वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और अमेरिका में से जिसका नेट रन रेट बेहतर होगा, वह ग्रुप से दूसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में पहुंच जाएगा।
वहीं इंग्लैंड को अगर अपना नेट रन रेट सुधारना है, तब उसके बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उसके बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ निराश किया। फिल साल्ट शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने अपने पिछले 10 टी20 मैचों में दो शतक और एक अर्धशतक लगाया है, लेकिन पिछले मैच में उनके जल्दी आउट होने से इंग्लैंड को धमाकेदार शुरुआत नहीं मिल पाई।
कप्तान जोस बटलर और जॉनी बेयरस्टो बड़े शॉट नहीं लगा सके। हैरी ब्रूक (53) और लियाम लिविंगस्टोन (33) ने मोर्चा संभाला लेकिन इंग्लैंड अंतिम तीन ओवर में 25 रन नहीं बना सका। इसके बावजूद अमेरिकी गेंदबाजों के लिए इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना मुश्किल होगा।
टीम इस प्रकार हैं
इंग्लैंड : जोस बटलर (कप्तान), मोइन अली, जोफ्रा आर्चर, जोनाथन बेयरस्टो, हैरी ब्रूक, सैम करन, बेन डकेट, टॉम हार्टले, विल जैक्स, क्रिस जॉर्डन, लियाम लिविंगस्टोन, आदिल राशिद, फिल साल्ट, रीस टॉपले और मार्क वुड।
अमेरिका : मोनंक पटेल (कप्तान), आरोन जोन्स, एंड्रीज गौस, कोरी एंडरसन, अली खान, हरमीत सिंह, जेसी सिंह, मिलिंद कुमार, निसर्ग पटेल, नितीश कुमार, नोशतुश केंजीगे, सौरभ नेत्रलवकर, शैडली वैन शल्कविक, स्टीवन टेलर, शायन जहांगीर। रिजर्व खिलाड़ी: गजानंद सिंह, जुआनॉय ड्रिस्डेल, यासिर मोहम्मद।