अब तक पहले और अंतिम टेस्ट में दो गेंदबाजों ने ही लिए हैं 10 से अधिक विकेट
मुम्बई । क्रिकेट में अब तक अपने डेब्यू और अंतिम टेस्ट में 10 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की संख्या बेहद कम है। अब तक केवल दो गेंदबाज ही ये कारनामा कर पाये हैं। ये गेंदबाज हैं इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टॉम रिचर्डसन और ऑस्ट्रेलिया के क्लेरी ग्रिमेट। रिचर्डसन ने साल 1893 से 1898 तक 14 टेस्ट के करियर में 88 विकेट लिए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले और अंतिम टेस्ट में 10-10 विकेट लिए थे। वहीं दूसरी ओर स्पिनर ग्रिमेट ने से 1925 से 1936 के बीच 37 टेस्ट खेले और 24.21 के औसत से 216 विकेट लिए। टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 200 विकेट ग्रिमेट ने ही हासिल किए थे पर ग्रिमेट जिस दौर में क्रिकेट खेले, उस समय टेस्ट खेलने वाले देशों की संख्या काफी कम थी। इस कारण 11 साल के करियर में वे 37 टेस्ट ही खेल पाए। ग्रिमेट के अलावा इंग्लैंड के चार्ल्स मैरियट ने 1933 में अपने डेब्यू टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 96 रन देकर 11 विकेट लिए थे पर इसके बाद उन्हें किसी टेस्ट खेलने का अवसर नहीं मिला।
ग्रिमेट ने 17 साल की उम्र में ही उन्होंने वेलिंगटन के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया। इस समय तक न्यूजीलैंड को टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल नहीं था। ऐसे में क्रिकेट करियर को बढ़ाने के लिए ग्रिमेट ने 1914 में ऑस्ट्रेलिया का रुख किया जिससे उन्हें लाभ हुआ। ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते हुए ग्रिमेट और बिल ओ’रैली की जोड़ी के लिए मुश्किल पैदा कर दीं।
ऑस्ट्रेलिया में सिडनी और विक्टोरिया की ओर से खेलने के बाद ग्रिमेट को आखिरकार 34 वर्ष की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला। फरवरी 1925 में इंग्लैंड के खिलाफ मिले मैच में 82 रन देकर 11 विकेट लिए।, जिसमें पहली पारी में 45 रन देकर 5 और दूसरी पारी में 37 रन देकर 6 विकेट शामिल रहे। ग्रिमेट की घातक गेंदबाजी की दम पर ऑस्ट्रेलिया ने यह टेस्ट 307 रन के बड़े अंतर से जीता। पहले टेस्ट में इस प्रदर्शन के बाद तो ग्रिमेट लगातार आगे बढ़ते गये। अपने 37 टेस्ट के करियर में उन्होंने 21 बार पारी में 5 या इससे अधिक और 7 बार 10 या इससे अधिक विकेट हासिल किए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज में 44 विकेट भी उन्होंने हासिल किए। यही नहीं, टेस्ट में 10 या इससे अधिक विकेट लेने वाले वाले वे दूसरे सबसे अधिक उम्र के गेंदबाज थे।