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चंद्रपॉल और स्‍ट्रॉस में हैं कई समानताएं

मुम्बई । क्रिकेट में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो एक ही पारी में शून्य जबकि दूसरी में शतक लगाने में सफल हुए हैं। इन खिलाड़ियों में कई भारतीय क्रिकेटर शामिल हैं। इसमें सुनील गावस्‍कर, गुंडप्‍पा विश्‍वनाथ, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, राहुल द्रविड़ और चेतेश्‍वर पुजारा जैसे बल्लेबाज शामिल हैं। वहीं दो बल्लेबाज ऐसे हैं जिनके साथ तीन बार ऐसा हुआ है और ये दोनो ही बांए हाथ के बल्लेबाज हैं। ये हैं वेस्‍टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल और इंग्‍लैंड के एंड्यू स्‍ट्रॉस। इन दोनो में इसके अलावा भी कई समानताएं हैं। दोनों ही अपनी टीम के कप्‍तान रहे हैं और 100 से अधिक टेस्‍ट और एकदिवसीय खेले हैं। दोनों ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास ले चुके हैं।
चंद्रपॉल ने 164 टेस्‍ट, 268 वनडे और 22 टी20 खेल हैं। टेस्‍ट क्रिकेट में 30 शतकों की मदद से उनके नाम 11867 रन, वनडे में 11 शतकों की मदद से 8778 रन और टी20 में 343 रन उनके नाम पर दर्ज हैं। यही नहीं, 14 टेस्‍ट और 16 वनडे में वे वेस्‍टइंडीज टीम के कप्तान रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, इंग्‍लैंड के एंड्रयू स्‍ट्रास ने 100 टेस्‍ट, 127 एकदिवसीय और 4 टी20 खेले हैं। उन्‍होंने टेस्‍ट में 21 शतकों की मदद से 7037, वनडे में 6 शतकों की मदद से 4205 और टी20I में 73 रन बनाए हैं। 50 टेस्‍ट, 62 एकदिवसीय और 3 टी20 में उन्‍होंने इंग्‍लैंड की कप्तानी भी संभाली है। .
मार्च 1994 में डेब्‍यू करने वाले चंद्रपॉल पहली बार फरवरी 1998 में इंग्‍लैंड के खिलाफ जॉर्जटाउन टेस्‍ट में शतक 118 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में 0 पर आउट हुए थे। दिसंबर 2003 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन टेस्‍ट में एक बार फिर वे पहली पारी में 0 पर आउट हुए जबकि दूसरी पारी में 109 रन बनाने में सफल रहे। चंद्रपॉल तीसरी और आखिरी बार दिसंबर 2008 में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्‍ट में पहली पारी में नाबाद 126 रन बनाने बाद वे दूसरी पारी में शून्य पर ही आउट हो गये।
वहीं स्‍ट्रॉस की बात करें तो नवंबर 2003 में इंटरनेशनल डेब्‍यू करने वाला यह बैटर सबसे पहले जनवरी 2005 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्‍ट में शतक बनाने के बाद 0 पर आउट हुआ। पहली पारी में 147 रन बनाने के बाद वे दूसरी पारी में खाता खोले बिना ही पेवेलियन लौट गये। मार्च 2007 में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्‍ट में वे पहली पारी में 0 पर आउट हुए जबकि दूसरी पारी में 177 रनों पर आउट हुए। तीसरी और आखिरी बार नवंबर 2010 में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्‍बेन टेस्‍ट में वह पहली पारी में 0 पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में उन्‍होंने 110 रन बनाने में सफल रहे।

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