मुम्बई । भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल फ्रेंचाइजियों के मालिकों के बीच 2025 सत्र को लेकर हुई एक बैठक में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सहमालिक शाहरुख खान और पंजाब किंग्स के मालिक नेस वाडिया आमने-सामाने आ गये। इस बैठक में आईपीएल मेगा ऑक्शन से पहले खिलाड़ियों की रिटेंशन संख्या को लेकर ये बहस शुरु हुई। फ्रेंचाइजियों का मानना था कि वे टीम तैयार करने में काफी मेहनत करते हैं पर हर तीन साल बाद होने वाली मेगा नीलामी के कारण उन्हें नये सिरे से टीम बनानी पड़ती है। इसएलिए मेगा नीलामी का तरीका समाप्त कर देना चाहिये।
एक रिपोर्ट के अनुसार शाहरुख मेगा नीलामी का जमकर विरोध कर रहे थे। इसी दौरान खिलाड़ियों की रिटेंशन की संख्या को लेकर उनकी पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया के साथ जमकर बहस हो गयी। शाहरुख संख्या में खिलाड़ियों को रिटने करने की अनुमति दिये जाने के पक्ष में थे जबकि वाडिया इसका विरोध कर रहे थे।
इस दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की मालिक काव्या मारन भी शाहरुख से सहमत दिखी जबकि दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल वाडिया के समर्थन में थे। उनका मानना है कि नीलामी जारी रहनी चाहिये।
वहीं बीसीसीआई की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है, बोर्ड अगस्त के अंत तक अपने फैसले मालिकों को बताएगा
काव्या ने शाहरुख का समर्थन करते हुए कहा, टीम बनाने में बहुत समय लगता है और जैसा कि चर्चा की गई है, युवा खिलाड़ियों को परिपक्व होने में भी काफी समय और निवेश लगता है।
बैठक में शामिल होने वाले अन्य मालिकों में दिल्ली कैपिटल्स के किरण कुमार ग्रांधी और पार्थ जिंदल, लखनऊ सुपर जायंट्स के संजीव गोयनका, चेन्नई सुपर किंग्स की रूपा गुरुनाथ, राजस्थान रॉयल्स के मनोज बडाले और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के प्रथमेश मिश्रा शामिल थे। कुछ मालिक वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए बैठक में शामिल हुए, जिनमें मुंबई इंडियंस के अंबानी भी शामिल थे।