पेरिस । ओलंपिक में पदक जीतने हर खिलाड़ी का सपना होता है और इसके लिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं पर कई बार इसकी उन्हें भारी कीमत भी चुकानी पड़ती है। ओलंपिक में खिलाड़ियों के चोटिल होने का आंकड़ा लगातार बढ़ा है। कोलम्बियाई मूल की मारियाना पाजोन दुनिया की सबसे कुशल बीएमएक्स. राइडर्स में से एक है और उसके नाम दो ओलंपिक स्वर्ण पदक सहित कई रिकार्ड हैं पर पाजोन ने इसे पाने के लिए काफी दर्द भी झेला है। उनके शरीर में 25 फ्रैक्चर हो चुके हैं। 12 जगह स्क्रू डाले गए हैं जबकि 8 बार सर्जरी हुई है। उनके बाएं हाथ और घुटने में कई धातु की रॉड डली हुई है। पाजोन का कहना है कि उसके जोड़ 80 से अधिक साल के व्यक्ति की तहर हो गये हैं जबकि उनकी उम्र केवल 32 साल ही है। पाजोन के अलावा, कुश्ती, रग्बी या जिमनास्टिक के कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके शरीर कठिन हालातों में है। कई खिलाड़ियों के कंधे टूट जाते हैं। उनके शरीर में धातु के स्क्रू और टाइटेनियम प्लेट्स डली हुई हैं। पाजोन ने कहा कि एक सपने को हासिल करने के लिए शरीर को कितनी कीमत चुकानी पड़ती है ।वहीं टोक्यो में फ्रीस्टाइल कुश्ती 74 किलोग्राम में कांस्य पदक जीतने वाले अमरीकी काइल डेक ने कहा कि बहुत से एथलीट्स अपने शरीर को उस हाल तक ले जाते हैं जहां वह देखना चाहते हैं कि इससे आगे क्या होगा।
इसी तरह जिम्नास्टिक में जोड़ों पर लगातार भारी दबाव पड़ता है। मुक्केबाजी में शरीर पर घूंसे मारे जाते हैं। कुश्ती में शरीर को मोड़कर चटाई पर पटक दिया जाता है। रग्बी सेवन्स में खिलाड़ी अक्सर पूरी गति से दौड़ते हुए एक-दूसरे से निपटते हैं। फील्ड हॉकी में स्टिक ऊंगलियों को इतनी जोर से कुचल सकती है कि इसे काटना तक पड़ सकता है। घुड़सवारी के खेल में घोड़ों से गिरने से सवारों के शरीर पर चोट लगती है। अमरीका के 44 वर्षीय बॉयड मार्टिन की 22 सर्जरी हुई हैं और 19 हड्डियां टूटी हैं। टोक्यो खेलों में रजत पदक जीतने वाले न्यूजीलैंड के 28 वर्षीय रग्बी सेवन्स खिलाड़ी एंड्रयू न्यूस्टब बताते हैं कि जब मैं सुबह उठता हूं तो मेरा शरीर वास्तव में दर्द करता है। मैं 2 ए.सी.एल. टूटने और अपने बाएं घुटने में संक्रमण पर काबू पाकर यहां पहुंचा हूं।