नई दिल्ली । देश के शीर्ष गोला फेंक खिगोला फेंक खिलाड़ी तजिंदर पाल सिंह तूर ने टखने में दर्द के कारण राष्ट्रीय अंतर राज्यीय एथलेकिटिक्स चैंपियनशिप से अपना नाम वापस ले लिया है। ये प्रतियोगिता आगामी पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का अंतिम अवसर है। ऐसे में अब देखना होगा कि तूर को पेरिस ओलंपिक का टिकट मिलता है या नहीं। पिछले महीने ही भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने साफ कर दिया था कि ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को छोड़कर अन्य सभी खिलाड़ियों के लिए पेरिस ओलंपिक में चयन के लिए राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप में भाग लेना अनिवार्य होगा। ऐसे में अब देखना है कि तूर का मामला किया प्रकार से हल किया जाता है।
कुछ दिन पहले तक एशियाई रिकॉर्ड धारक तूर विश्व रैंकिंग कोटा के जरिए पेरिस खेलों के लिए क्वालिफाई करने की राह पर थे पर असफल रहे। वह गत एशियाई चैंपियन और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं। हालांकि, अब उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है। तूर ने बताया कि अभी उनके टखने में थोड़ा दर्द है जिसकी वजह से डॉक्टर ने सिंह को तीन से चार हफ्तों तक थ्रो नहीं करने की सलाह दी है। तूर के नाम कुछ समय पहले तक 21.77 मीटर का एशियाई रिकॉर्ड था। सऊदी अरब के मोहम्मद दाओबा तोलो ने 21 जून को मैड्रिड में एस्टाडियो वालेहार्मोसो प्रतियोगिता में 21.80 मीटर के प्रयास के साथ उनके रिकॉर्ड को तोड़ा। ऐसे में एथलेटिक्स महासंघ तूर के मामले को किस प्रकार संभालता है