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अफगानिस्तान के जूडो खिलाड़ी सिबगातुल्लाह का पेरिस ओलंपिक तक का संघर्ष

पेरिस – पेरिस ओलंपिक में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की शरणार्थी टीम के तहत भाग ले रहे अफगानिस्तान के जूडो खिलाड़ी सिबगातुल्लाह ने अपनी यात्रा में कई कठिनाइयों का सामना किया है। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान छोड़ने के बाद, सिबगातुल्लाह ने पांच देशों की यात्रा की और 6000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर जर्मनी पहुंचे। पेरिस ओलंपिक में वे पुरुषों की जूडो स्पर्धा के 81 किलोवर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

सिबगातुल्लाह ने बताया कि जब उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ा, तो स्थिति बेहद विकट थी। उन्होंने नौ महीनों में ईरान, तुर्किये, यूनान, बोस्निया, और स्लोवेनिया की यात्रा की और अंततः जर्मनी में बस गए। बीच रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे तनाव में भी रहे। जर्मनी में एक जूडो क्लब से जुड़े सिबगातुल्लाह ने 2023 यूरोपीय ओपन में मैड्रिड में सातवां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने कहा कि अपने माता-पिता से प्रेरणा लेकर वे बेहतर प्रदर्शन की ओर अग्रसर हैं।

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