
मणिशंकर अय्यर ने नरसिम्हा राव को बताया ‘First BJP PM, जानिए
New Dehli political news : कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव ‘‘साम्प्रदायिक’’ सोच वाले व्यक्ति थे। अय्यर ने कहा कि राजीव गांधी द्वारा राम मंदिर शिलान्यास का फैसला एकदम गलत था। उन्होंने इसके लिए आरके धवन को जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने बुधवार को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव ‘सांप्रदायिक’ थे। अय्यर ने राव को देश का ‘भाजपा का पहला प्रधानमंत्री’ बताया. अपनी आत्मकथा ‘मेमोयर्स ऑफ ए मावेरिक- द फर्स्ट फिफ्टी इयर्स (1941-1991)’ में पूर्व राजनयिक अय्यर ने पाकिस्तान के साथ बातचीत बहाल करने की वकालत करते हुए कहा कि जब उस देश की बात आती है तो हमारे पास उनके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने का साहस होता है लेकिन टेबल पर बैठकर किसी पाकिस्तानी से बात करने की हिम्मत नहीं होती है।
जगरनॉट बुक्स द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में अय्यर के दून स्कूल से लेकर सेंट स्टीफंस कॉलेज और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय तक तथा एक शीर्ष राजनयिक से लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी सहयोगी तक के सफर को कलमबद्ध किया गया है। अय्यर 1985-1989 तक राजीव गांधी के पीएमओ का हिस्सा थे।
अपनी पुस्तक के औपचारिक विमोचन के अवसर पर अय्यर ने कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने 1978 में कराची में महावाणिज्य दूत के रूप में अपने कार्यकाल से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ अपने संबंधों से लेकर बात की। इस दौरान कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख और राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी दर्शकों के बीच मौजूद रहीं। सवाल-जवाब सत्र के दौरान जब अय्यर से बाबरी मस्जिद मुद्दे से निपटने में राजीव गांधी की आलोचना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि राम मंदिर का शिलान्यास गलत था। मुझे लगता है कि राजीव गांधी ने आर के धवन को पीएमओ में लाकर भयानक गलती कर दी थी, जिन्होंने तुरंत उस कार्यालय का राजनीतिकरण कर दिया। वह राजनीति में आए बिना सही सलाह दे रहे थे।