वायरल वीडियो का सच: उत्तर प्रदेश में किन्नर और ई-रिक्शा चालक की लड़ाई, किन्नर ने उतारा सरेराह पेंट
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति और किन्नर के बीच हुई झगड़े को दिखाया गया है। यह घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं के बारी बाईपास की है, जहां ई-रिक्शा चालक अनमोल गुप्ता और किन्नर चांदनी के बीच 10 रुपये को लेकर बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि चांदनी ने अपनी पैंट उतारकर अनमोल की पिटाई कर दी।
वायरल वीडियो की वास्तविकता
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर नितिन शुक्ला नामक यूजर द्वारा साझा किया गया, जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो को लेकर विभिन्न लोगों की प्रतिक्रियाएं आई हैं:
– अजय कुमार लिखते हैं कि “मानसिक रोगी की भरमार हैं! कानून से ज्यादा इलाज का सरोकार हैं!!”
– उदय यादव ने लिखा कि “पहले इस बॉबी डार्लिंग को लगा कि इसको लड़का लड़की समझ के हाथ नहीं उठाएगा और मैं पीट दूंगी। जब लड़का मार खाने के बाद पीटने लगा तो फिर उसे डराने का ये नया तरीका निकाला।”
– सर्वेश ने स्पष्ट किया कि “यह लड़की नहीं है, बल्कि एक छक्का है।”
– एमएस पटेल ने कहा, “ये गलत बात है भले किन्नर हो या लड़की हो। ऐसी घटिया हरकत बिलकुल नहीं होनी चाहिए वो भी 10 रुपये के लिए।”
– एडवोकेट विक्स गुप्त ने लिखा, “भारत की बेटियां हैं, कुछ भी कर सकती हैं! बेटी/नारी अपनी शक्ति नहीं दिखायेगी तो बाजी जीतेगी कैसे? यही तो नारी की शक्ति है। नारी जब चाहे, जो चाहे कर सकती/करवा सकती है।”
वीडियो के प्रभाव और विचार
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। जहां एक ओर लोग इस घटना को निंदा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे नारी शक्ति के रूप में भी देखा जा रहा है।
यह वीडियो एक व्यक्ति और किन्नर के बीच हुई लड़ाई का है, जिसमें कोई महिला शामिल नहीं थी। इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं और इसे लेकर विभिन्न विचार और प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण
इस घटना के बाद यह स्पष्ट है कि समाज को ऐसे मामलों में और अधिक संवेदनशील और जागरूक होने की आवश्यकता है। कानूनी तौर पर भी इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।