लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप, याद रखा जाएगा ओम बिरला और जगदीप धनखड़ का कार्यकाल

नई दिल्ली । देश के हर व्यक्ति को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ का कार्यकाल याद रहेगा, लेकिन शायद अच्छे कारणों से नहीं।
**लोकसभा में राहुल गांधी और राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे का माइक बंद**
आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने NEET मामले पर बोलने का प्रयास किया, लेकिन उनका माइक बंद कर दिया गया। यही स्थिति राज्यसभा में भी हुई, जहां नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का माइक बंद कर दिया गया जब वे NEET मामले पर बोल रहे थे।
**लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की निष्पक्षता पर सवाल**
लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति का संवैधानिक और नैतिक कर्तव्य है कि वे निष्पक्ष रहें और सभी की बात सुनें, मगर अफसोस कि ऐसा नहीं हो रहा।
ओम बिरला जी:
– कोटा से आते हैं
– कोटा में शक्तिशाली कोचिंग संस्थान हैं
– NEET घोटाले पर चर्चा नहीं होने दी
– नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को रोका और उनका माइक म्यूट कर दिया
– NEET पर चर्चा से बचने के लिए लोकसभा स्थगित कर दी
ये घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि क्या संसदीय प्रक्रिया का सम्मान हो रहा है? क्या विपक्ष की आवाज को सुना जा रहा है? जनता को इसका जवाब मिलना चाहिए।