
नागपुर । आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर के मुद्दे पर तुरंत चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा, “मणिपुर एक साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है। हिंसा को रोकना होगा और इसे प्राथमिकता देनी होगी।”
भागवत ने यह भी कहा, “संसद का गठन सर्वसम्मति बनाने के लिए किया गया है। लेकिन, यह असंभव है कि प्रतिस्पर्धा से निकले लोग सर्वसम्मति बना सकें।”
आरएसएस प्रमुख की यह टिप्पणी मणिपुर की स्थिति पर केंद्र सरकार की नीतियों और संसद के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है।