लखनऊ का सबसे बड़ा बेनामी ज़मीन घोटाला: 15,000 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर, CBI जांच की मांग तेज

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सामने आया है इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बेनामी ज़मीन घोटाला, जिसकी अनुमानित कीमत 15,000 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है और लोग @rashtrapatibhvn, @CBIHeadquarters, @narendramodi और @myogiadityanath से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कैसे हुआ यह बेनामी ज़मीन घोटाला?
क्या आपने कभी सुना है कि कोई व्यक्ति अरबों रुपये की ज़मीन बिना किसी भुगतान के बेच दे और कोई उसे बिना पैसे के खरीद ले? यही सच्चाई सामने आई है लखनऊ के गोमती नगर इलाके में, जहां एक बेनामी ज़मीन सौदा बिना किसी वैध लेन-देन के किया गया, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये के टैक्स का नुकसान हुआ।
मुख्य आरोपित और फर्जीवाड़े की प्रक्रिया
1. बेचन लाल नामक व्यक्ति, जिनका पता 55, पुराना किला, लखनऊ बताया गया है, उनके नाम से गोमती नगर में बेनामी ज़मीन खरीदी गई।
2. इस ज़मीन को खरीदा BBD ग्रुप से जुड़ी रेनू गौतम ने, जिनका पता है:
ईश्वर गौतम, 138 गणपति विहार, जुग्गौर, लखनऊ।
3. जब श्री बेचन लाल को इस फर्जी बिक्री की जानकारी हुई, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि BBD ग्रुप द्वारा संचालित क्षेत्रीय पुलिस चौकी ने उनके खिलाफ ही फर्जी FIR दर्ज कर दी, जिससे उन्हें मानसिक और कानूनी तौर पर दबाव में लाकर ज़मीन बेचने के लिए मजबूर किया गया।
फर्जी चेक और बिना ट्रांजैक्शन के सौदा
इस ज़मीन की खरीद के लिए पंजाब नेशनल बैंक लखनऊ की ओर से तीन चेक दिए गए:
चेक नं. 078450 – दिनांक: 13/02/2023 – राशि: ₹3,00,000
चेक नं. 078451 – दिनांक: 13/02/2023 – राशि: ₹5,00,000
चेक नं. 078447 – दिनांक: 13/02/2023 – राशि: ₹5,00,000
खाता संख्या: 04272121000269 (Punjab National Bank, Lucknow)
लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह चेक कभी बैंक में जमा नहीं किए गए और आज भी श्री बेचन लाल के पास सुरक्षित हैं। इसका मतलब है कि LDA (लखनऊ विकास प्राधिकरण) को दस्तावेज़ तो दिखाए गए, लेकिन कोई असली वित्तीय लेन-देन नहीं हुआ। इससे न केवल ज़मीन बेनामी तौर पर ट्रांसफर की गई, बल्कि सरकार को टैक्स का भारी नुकसान भी हुआ।
बैंकिंग और आयकर विभाग की बड़ी लापरवाही
पंजाब नेशनल बैंक ने न तो खाता खोलते समय ग्राहक की KYC और लेन-देन की वैधता की जांच की, और न ही इस संदिग्ध ट्रांजैक्शन की सूचना इनकम टैक्स विभाग को दी। यह सीधे तौर पर बैंकिंग नियमों और मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का उल्लंघन है।
जनता की मांग: हो CBI जांच और दोषियों पर कार्रवाई
यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रहा है और आम जनता के साथ-साथ जागरूक नागरिक भी मांग कर रहे हैं कि:
इस 15,000 करोड़ के ज़मीन घोटाले की CBI जांच कराई जाए।
बेनामी संपत्ति अधिनियम के तहत BBD ग्रुप और अन्य संलिप्त लोगों पर कार्रवाई हो।
पंजाब नेशनल बैंक और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाए


