श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के चलते नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गंभीर सवाल उठाए हैं। फारूक ने आरोप लगाया है कि ये हमले एक साजिश के तहत हो रहे हैं ताकि उमर अब्दुल्ला की सरकार को अस्थिर किया जा सके।
पिछले 24 घंटों में राज्य में 3 आतंकवादी हमले दर्ज किए गए हैं, जिनमें बडगाम और बांदीपुरा में फायरिंग की घटनाएं भी शामिल हैं। इन हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमलावरों को गिरफ्तार करना चाहिए ताकि असली साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश हो सके। उन्होंने कहा, “इन आतंकियों को पकड़कर पूछताछ की जानी चाहिए कि ये हमले क्यों और किसके इशारे पर हो रहे हैं।”
गैर-कश्मीरी नागरिकों पर हमले पर भी उठाए सवाल
फारूक ने घाटी में गैर-कश्मीरी नागरिकों पर बढ़ते हमलों को लेकर चिंता जताई। हाल ही में हुए मजदूरों पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने गहन जांच की मांग की। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि उमर सरकार के सत्ता में आने के बाद आतंकवादी घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं? फारूक का आरोप है कि ये हमले एक साजिश के तहत करवाए जा रहे हैं ताकि सरकार को कमजोर किया जा सके।
फारूक ने यह भी कहा कि घाटी में गैर-कश्मीरी नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। पिछले हफ्ते त्राल में हुए हमले में भी एक व्यक्ति घायल हुआ था। अब्दुल्ला ने इन सभी घटनाओं को एक गहरी साजिश का हिस्सा बताया, जिससे घाटी में अस्थिरता का माहौल बनाया जा रहा है।
कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं पर सवालों का दौर
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने मांग की है कि सरकार इन हमलों के पीछे के असली कारणों का पता लगाए और घाटी में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए। कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमले न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, बल्कि राजनीतिक स्थिरता के लिए भी चुनौती बनते जा रहे हैं।