रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। हाई कोर्ट ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन के शामिल होने के ठोस सबूत नहीं मिले। हेमंत सोरेन पिछले 5 महीनों से जेल में बंद थे।
इस फैसले के बाद कई सवाल उठ रहे हैं:
1. जिम्मेदारी का सवाल:जिन अधिकारियों ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था, उन पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए?
2. मानसिक प्रताड़ना: पिछले 5 महीनों में हेमंत सोरेन ने जो मानसिक प्रताड़ना झेली, उसका जिम्मेदार कौन है?
3. राजनीतिक नुकसान: लोकसभा चुनाव में हेमंत सोरेन का न होना उनकी पार्टी के लिए नुकसान था, इसकी भरपाई कौन करेगा?
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जब पर्याप्त सबूत नहीं थे, तो किसी को 5 महीने जेल में कैसे रखा जा सकता है?
हेमंत सोरेन की जमानत के बाद इन सवालों का जवाब देना आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।