
लालगढ़। जंगलों की अंधाधुंध कटाई और प्राकृतिक आवासों के विनाश के चलते जंगली जानवरों का इंसानी बस्तियों की ओर रुख करना अब आम होता जा रहा है।
लालगढ़ में इसका एक ताजा उदाहरण देखने को मिला, जब एक भूखा हाथी भोजन की तलाश में भारतीय खाद्य निगम (FCI) के गोदाम में घुस गया और वहां तोड़फोड़ मचाकर खाने का इंतजाम किया।
जंगल उजड़े, जानवर शहरों की ओर मजबूर
विशेषज्ञों का कहना है कि जब वन क्षेत्रों को बेरहमी से काटा जाएगा और जंगली जीवों के प्राकृतिक आवास नष्ट होंगे, तो ऐसे हालात उत्पन्न होना स्वाभाविक है।
भोजन और पानी की कमी के चलते हाथी, तेन्दुए और अन्य जंगली जानवर इंसानी इलाकों में घुसपैठ कर रहे हैं, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
लालगढ़ FCI गोदाम में हाथी का तांडव
गवाहों के अनुसार, लालगढ़ स्थित एफसीआई गोदाम के दरवाजे और दीवारों को तोड़कर हाथी भीतर घुसा।
वहां रखे गए अनाज के बोरे फाड़कर हाथी ने घंटों तक भोजन किया।
हालांकि इस घटना में किसी मानवीय नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन एफसीआई गोदाम को भारी नुकसान हुआ है।
वन विभाग की चेतावनी
वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के घटनाक्रमों में जानवरों को नुकसान पहुंचाने या भड़काने की कोशिश न करें।
विभाग ने यह भी कहा है कि जंगलों के संरक्षण और वन्यजीवों के लिए सुरक्षित कॉरिडोर बनाने की तत्काल आवश्यकता है, ताकि इंसान और जानवरों के बीच का यह संघर्ष टाला जा सके।
बड़ा सवाल: विकास बनाम पर्यावरण संरक्षण
यह घटना एक बार फिर से विकास बनाम पर्यावरण संरक्षण की बहस को हवा देती है।
जंगल कटाई और भूख से बेहाल जानवरों की बस्तियों में घुसपैठ न केवल प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ती है, बल्कि इंसानी जीवन और संपत्ति के लिए भी बड़ा खतरा बनती जा रही है।





