
राजनाथ सिंह की बात राहुल गांधी मानी
नई दिल्ली । सत्ता और विपक्ष पक्ष के बीच लंबी खींचतान के बाद आखिरकार सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। इसके पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस द्वारा उन पर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी का माइक बंद करने के लगाए गए आरोपों पर गहरी नाराजगी जताकर कहा कि बाहर जाकर यह आरोप लगाया जाता है कि माइक बंद कर दिया जाता है। यह सही नहीं है। आसन पर सभी दल के सांसद बैठते हैं और सभी जानते हैं, कि आसन से जिनका नाम बोलने के लिए पुकारा जाता है, उनका ही माइक चालू होता है। स्पीकर की चेयर पर माइक बंद करने का कंट्रोल नहीं होता। इसलिए यह आरोप लगाना सही नहीं है।
हालांकि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने से पहले फिर राहुल गांधी ने स्पीकर बिरला की अनुमति मिलने के बाद खड़े होकर नीट पर अलग से एक दिन चर्चा की मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि वे चाहते थे कि नीट पर एक दिन सदन में अलग से चर्चा हो, 2 करोड़ युवाओं का नुकसान हुआ है। पिछले 7 साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं।
इसके बाद राहुल गांधी के जवाब में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूरा सदन जानता है कि सदन की कार्यवाही नियमों और प्रक्रियाओं के द्वारा होती है। नियमों और प्रक्रियाओं के अलावा संसद की कुछ परंपराएं भी हैं, जिसके आधार पर सदन की कार्यवाही होती है। केंद्रीय रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि अपने लंबे संसदीय जीवन में उन्होंने आज तक यह नहीं देखा कि जब राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में चर्चा शुरू होती है, तब अन्य किसी विषयों पर उस समय चर्चा हुई हो। इस कारण वे विपक्ष के सभी साथियों से भी आग्रह करता हूं कि आप जिस विषय पर भी चर्चा करना चाहते हैं, आप करें लेकिन एक बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को संसद में पारित करने के बाद ही करें।
इसके बाद राहुल गांधी ने राजनाथ सिंह की बात को स्वीकार कर लिया। इसके बाद बिरला ने कहा कि सिंह ने सुझाव दिया है और इस पर फैसला स्पीकर और बीएसी करेगी।