भोपाल पुलिस ने 29 चोरी किए गए वाहन बरामद किए, 17 लाख से अधिक की कुल कीमत
भोपाल,। भोपाल की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए वाहन चोरी के एक शातिर गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 29 चोरी किए गए दोपहिया वाहन जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत 17,40,000 रुपये आंकी गई है।
**गिरफ्तारी और बरामदगी:**
मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने झरनेश्वर मंदिर ठंडी सड़क पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा। जब टीम ने इनसे पूछताछ की और उनके पास मौजूद मोटरसाइकिलों की जांच की, तो पता चला कि वे वाहन चोरी के थे। आरोपियों ने अपने नाम जमील खान और सोनू रायसिख बताए। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि वे और उनके साथी, जिनमें मोनू रायसिख, विनोद, अजय रायसिख, अरूण रायसिख और राकेश उर्फ लख्खा शामिल हैं, भोपाल और आसपास के इलाकों से वाहन चोरी करते थे।
आरोपियों ने बताया कि वे चोरी की गई मोटरसाइकिलों को ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ते दामों पर बेचते थे। उनके बताए गए स्थानों से पुलिस ने 29 वाहन बरामद किए हैं।
**गिरोह की कार्यप्रणाली:**
गिरोह का मुख्य सरगना सोनू रायसिख है, जो नई-नई कॉलोनियों और सुनसान स्थानों की दिन में रेकी करता और रात में चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। उसकी टीम में शामिल अन्य आरोपियों की भूमिका भी चोरी और बिक्री में थी। गिरफ्तार आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है, जिससे और भी चोरी के मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है।
**गिरफ्तार आरोपी:**
1. सोनू रायसिख (24), पिपलिया, जिला रायसेन
2. विनोद रायसिख (22), सिंधी कैंप, रायसेन
3. मोनू रायसिख (20), ग्राम पांजरा, रायसेन
4. जमील खान (25), ग्राम कादमपुर, जिला भोपाल
**जप्त वाहन:**
पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों से 29 चोरी किए गए दोपहिया वाहन जब्त किए हैं, जिनमें कई स्प्लेंडर, पैशन प्रो, प्लेटिना और अन्य मॉडल शामिल हैं। ये वाहन विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी किए गए थे।
**पुलिस टीम की सराहना:**
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अशोक मरावी और उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही है। टीम में निरीक्षक सुनील मेहर, उप निरीक्षक लोकपाल यादव, सउनि प्यारेलाल गहलोत और अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
**निष्कर्ष:**
भोपाल पुलिस की यह कार्रवाई शहर में चोरी की वारदातों पर नियंत्रण पाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जनता से अपील है कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।