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ग्वालियर अंबेडकर प्रतिमा विवाद पर भड़के भीम आर्मी सांसद चंद्रशेखर, बोले – यह संविधान, आत्मसम्मान और इतिहास पर हमला है, जल्द पहुंचूंगा ग्वालियर,  गुर्जर समाज ने दिया समर्थन

ग्वालियर/नई दिल्ली। ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर जारी विवाद पर उत्तर प्रदेश से भीम आर्मी के सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मुद्दे को सिर्फ एक मूर्ति का नहीं, बल्कि भारतीय संविधान, बहुजन समाज के आत्मसम्मान और इतिहास से जुड़ा सवाल बताया है।

सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद ग्वालियर खंडपीठ परिसर में बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित नहीं होने दी जा रही है। इतना ही नहीं, “प्रतिमा ही नहीं बचेगी” जैसी धमकियां देकर न्यायपालिका की खुली अवमानना की जा रही है। उन्होंने इसे अंबेडकर विचारधारा के खिलाफ साजिश करार दिया।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर हमला, पुलिस बनी मूकदर्शक

चंद्रशेखर ने बताया कि जब भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया, तो पुलिस की मौजूदगी में उन पर हमला किया गया। यह घटना दर्शाती है कि प्रशासन किसके इशारों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल भीम आर्मी पर नहीं, बल्कि बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के विचारों और बहुजन समाज की चेतना पर सीधा हमला है।

मुख्यमंत्री से सवाल – क्या सरकार झुक गई है अंबेडकर विरोधियों के आगे?

चंद्रशेखर ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से पूछा कि क्या उनकी सरकार उन ताकतों के सामने झुक चुकी है जो बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को मिटाना चाहती हैं और भारतीय संविधान की आत्मा को रौंदना चाहती हैं?

उन्होंने चेतावनी दी कि, “हम इस अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे। जल्द ही ग्वालियर पहुंचकर इस संविधानिक संघर्ष में भाग लूंगा।”

गुर्जर समाज ने दिया समर्थन – दिल्ली से ग्वालियर तक साथ

इस मुद्दे पर गुर्जर प्रतिहार वंश के नाम से जारी एक संदेश में कहा गया है कि, “इस न्याय की लड़ाई में गुर्जर समाज कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलेगा। दिल्ली से ग्वालियर तक हम साथ हैं। भाई के सम्मान में गर्दन कटा देंगे लेकिन झुकने नहीं देंगे।” यह बयान दर्शाता है कि गुर्जर समाज भी बाबा साहेब अंबेडकर की विरासत और न्याय की लड़ाई में पूरी तरह से साथ खड़ा है।

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