प्रैमी-युगल ने पेड़ पर एक ही दुपट्टे से फांसी लगाकर दी जान

भोपाल । शहर के एमपी नगर थाना इलाके में स्थित मैदा मिल और रचना टावर के पास बीती रात युवक और युवती की लाश पेड़ पर बने फदें पर लटकी देख लोगो में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन के बाद मर्ग कायम कर दोनों के शवो को पीएम के लिये भेजते हुए उनकी पहचान कर ली। बताया गया है कि युवक-युवती नरसिंहपुर के पास स्थित एक गांव के रहने वाले हैं, जो बीते दो दिन से लापता थे। आंशका हे कि प्रैम प्रंसग के चलते ही उन्होनें यह आत्मघाती कदम उठाया है। सनसनीखेज हादसे में पुलिस के अनुसार मैदा मिल और रचना टावर के पीछे एक पेड़ पर युवक और युवती की लाश लटकी होने की सूचना मिली थी। खबर मिलते ही टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। जॉच में सामने आया कि युवक-युवती ने एक ही दुपट्टे से पेड़ पर फदां बनाकर खुदकुशी की है। सूचना मिलने पर ऐशबाग और एमपी नगर पुलिस टीमें मौके पर पहुंची थी, लेकिन घटनास्थल एमपी नगर थाना इलाके का होने के कारण इसकी जॉच एमपी नगर पुलिस ने शुरु की। रात करीब 12 बजे एफएसएल टीम ने बरसात के बीच पड़ताल की। अधिकारियो का कहना है कि आत्महत्या करने वाले युवक-युवती के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। टीम को घटनास्थल से पॉलिथिन मिली थी, जिसमें में युवती की मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज रखे थे। इनके आधार पर पुलिस ने नरसिंहपुर पुलिस से संपर्क कर घटना की सूचना दी। नरसिंहपुर पुलिस युवती के घर पहुंची जिसके आधार पर उसकी पहचान धर्मवती पिता पूरन सिंह चौधरी (21) ग्राम चौधरी पिपरिया, जिला नरसिंहपुर के रूप में हुई। नरसिंहपुर पुलिस को युवती की छानबीन के दौरान पता चला कि युवती के साथ ही गांव से एक किलोमीटर की दूर स्थित ग्राम अटा पिपरिया निवासी हरपाल सिंह उर्फ बिट्टू पिता कोमल सिंह लोधी (20) भी गायब है। पुलिस ने कमल के परिवार वालो से जन संपर्क किया तब उन्होनें बताया की बिट्टू बीती 13 सितंबर की रात को बिना बताए घर से बाहर गया था, जो वापस नहीं लौटा। पुलिस के अनुसार दोनों 13 सिंतबर की रात को नरसिंहपुर से भोपाल आए थे। वहीं उनके परिवार वालो ने इसकी सूचना स्थानिय पुलिस को नहीं दी थी, हालांकि वह अपने स्तर पर परिचितो और रिश्तेरदारो सहित आसपास के इलाके में उनकी खोजबीन के प्रयास कर रहे थे। जॉच टीम के अनुसार जिस पेड़ पर दोनो के शव लटके मिले है, उस पेड़ के पास ही एक चट्टाननुमा बड़ा पत्थर है। आंशका है कि दोनों ने चट्टान पर चढ़कर पेड़ पर फांसी का फंदा बनाया और फिर उसे गले में डालकर चट्टान से छलांग लगा दी होगी। अधिकारियो का कहना है की खुदकुशी करने वाले धर्मवति और बिट्टू के परिजन हादसे की सूचना मिलते ही भोपाल के लिए निकल गए हैं। उनके राजधानी आने पर शवो का पीएम कराने के बाद उन्हें सौंप दिया जायेगा। पुलिस दोनो के परिवार वालो के भी बयान दर्ज करेगी, जिसके बाद ही खुदकुशी के सही कारणो का पता चल सकेगा। हालांकि शुरुआती जॉच के आधार पर पुलिस का अनुमान है, कि संभवत प्रैम-प्रसंग में असफल होने के कारण ही हताश होकर दोनो ने यह खौफनाक कदम उठाया होगा।