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शादी के चार महीने बाद ही पत्नि ने प्रैमी और उसके चचेरे भाई के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या

दोनो ने मिलकर दुपट्टे से कस दिया गला, पत्नि ने मारने के लिये प्रैमी को चाकू दिया, प्रैमी ने रेत दिया गला

भोपाल । शहर की बागसेवनिया पुलिस ने इलाके में स्थित पुरानी बस्ती राम मंदिर के पास करीब 40 दिन पहले किराए से रहने वाले युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उसकी पत्नि , पत्नि के प्रैमी सहित प्रैमी के नाबालिग चचेरे भाई को गिरफ्तार किया है। पुलिस जॉच में सामने आया कि पति को रास्ते से हटाने के लिये पत्नि ने प्रैमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतारने के लिये साजिश रची और रात के समय चोरी छिपे पति के घर पहुचकर उसकी हत्या कर फरार हो गये। पुलिस अधिकारियो ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया की 25-26 जुलाई 2023 की रात करीब 1 बजे डायल-100 पर सूचना मिली थी, कि बाग सेवनिया क्षेत्र में स्थित राम मंदिर के पास पुरानी बस्ती में रहने वाला एक व्यक्ति घर पर मृत हालत में पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि मृतक 35 वर्षीय मानिक सिंह पिता राधाकृष्ण सिंह मूल रुप से ग्राम सूजासर, थाना देशनाक, तहसील, जिला बीकानेर राजस्थान का रहने वाला था। उसकी शादी चार माह पहले भैरोपुर पुनासा जिला खंडवा की रहने वाली 24 वर्षीय आरती चौहान से 12 जून 2023 को हुई थी। माणिक कुछ दिन पहले ही पत्नी आरती के साथ भोपाल आकर रह रहा था। यहां उसके कुछ रिश्तेदार रहते हैं, और वह होटल में काम करते हैं। माणिक ने यहां कमरा किराए पर लिया और पत्नी के साथ रहते हुए काम कर रहा था। पुलिस को यह भी जानकारी लगी की माणक की पत्नी आरती चौहान अपनी मां की तबीयत खराब होने के कारण 22 जुलाई को अपने मायके पुनासा खंडवा गई हई है। मृतक के भतीजे नरपत सिंह ने पुलिस को बताया कि चाचा माणिक सिंह दो दिन से औरा मॉल काम पर जा रहे थे। मंगलवार 25 जुलाई को तबीयत ठीक नहीं होने के कारण वह घर पर अकेले थे। नरपत ने चाचा की तबीयत देखने के लिये पास ही रहने वाली माणक सिंह की साली पूजा को फोन कर देखने को कहा था। पूजा मानिक सिंह के घर पहुंची इसके बाद उसकी मौत की जानकारी लगी। मौके पर पहुंची पुलिस के अनुसार मृतक के गले में दुपट्टा कसा हुआ था, और गले पर धारदार हथियार के का निशान थे, लाश के पास ही सब्जी काटने का चाकू पड़ा हुआ था। नरपत सिंह ने चाचा की हत्या की आशंका जताई थी, लेकिन उसने किसी पर हत्या के आरोप नहीं लगाए थे।

* सीसीटीवी फुटेज से मिला अहम सुराग

मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जिसमें मृतक की पत्नी आरती चौहान, उसका प्रैमी

राजा वर्मा पिता अर्जुन निवासी निवासी भैरोंपुरा पुनासा खण्डवा और राजा का चचेरा नाबालिग भाई (अमित ) परिवर्तित नाम नजर आए थे। एक फुटेज में तीनों भागते हुए नजर आए थे, जबकि अन्य फुटेज में तीनो माणिक के घर की तरफ जाते हुए दिखाई दिये थे। आगे की जॉच में पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेने का प्रयास किया लेकिर आरोपी खंडवा से राजस्थान भाग गये और अपने मोबाइल फोन बंद कर लिये। उनकी तलाश में लगातार जुटी पुलिस टीम ने हत्या की आशंका होने पर पत्नी आरती के मोबाइल की सीडीआर निकाली तो पता चला कि आरती रोजाना कई घंटो तक प्रैमी राजा वर्मा में बातचीत करती थी। इसके बाद टीम ने आखिरकार राजा के चेचेरे नाबालिग भाई को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तब उसने हत्याकांड का राजफाश कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नि आरती और उसके प्रैमी राजा को भी पकड़ लिया।

* पत्नि ने बताया प्रैमी की खातिर बन गई थी पति की जान की दुशमन

मृतक मानक की पत्नी आरती ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि उसके प्रैम प्रसंग राजा वर्मा से शादी से पहले चल रहा था, लेकिन राजा के अलग जाति के होने पर उसके परिवार वालो ने उसकी शादी प्रैमी के साथ नहीं की। वहीं उसकी छोटी बहन पूजा भोपाल में ही मृतक माणिक के भतीजे नरपत सिंह के साथ नमकीन बनाने का काम करती थी। इसी पहचान के चलते उसकी शादी मानक से उसकी मर्जी के खिलाफ करवा दी गई। जब मानक ने आरती को राजस्थान चलने को कहा तब वह नाराज हो गई क्योकि वह अपने प्रैमी राजा से दूर नहीं होना चाहती थी, और गुस्सा होकर मायके खंडवा चली गई थी। पति के बुलाने पर भी आरती वापस आने को तैयार नहीं हुई। लेकिन मानक उसका पति था, और वह उसे राजस्थान ले जाने के कोई कदम न उठा ले इस आशंका के चलते आरती ने अपने प्रैमी राजा वर्मा के साथ पति मानक को रास्ते से हटाने की भयानक योजना बना डाली।

* ऐसे की पति की हत्या

योजना के अनुसार घटना के दो दिन पहले मायके में रहते हुए आरती ने अपना फोन बंद कर लिया था। घटना वाले दिन वह प्रैमी राजा और उसका चचेरा नाबालिग भाई छिपते-छुपाते एक मोटरसाइकिल से भोपाल आए, और लोगो की नजरो से बचते हुए मानक के घर पहुंचे। वहॉ रात में नाबालिग को बाहर खड़ा कर आने जाने वालों पर नजर रखने का कहते हुए आरती और राजा अंदर चले गये। पत्नि और उसके प्रैमी राजा को देख माणिक आग बबूला हो गया। विवाद होने पर आरती ने अपने गले में पहने हुए दुपट्टे को पति के गले में लपेट दिया और फिर पत्नि-प्रैमी ने दुपट्टे के एक-एक-सिरे को पड़कर तब तक दबा रखा जब तक की उसका दम न टूट गया। हत्या के दौरान ही मृतक के भतीजे नरपत का फोन माणिक के मोबाइल पर आ गया। आरती के सिर पर खून सवार था, और पति को पूरी तरह ही मौत के घाट उतारने के लिये वह किचन से सब्जी काटने का चाकू लेकर आई और प्रैमी राजा वर्मा को देते हुए कहा कि आज इसको जान से खत्म कर दो जिससे यह हमें पहचान ना सके। प्रैमिका की बात सुनकर प्रैमी राजा ने मानक के गले पर घातक वार करते हुए उसका गला रेत दिया जिससे मानक के गले से खून बहने लगा और गले की नसे भी बाहर निकल आई। उसके गिरने के बाद वह घबराहट में चाकू वहीं फेंक कर उसका मोबाइल लेकर फरार हो गये, बाद में उन्होनें मोबाइल तोड़कर धाराजी में बहा दिया। तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उन्हे रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ के साथ ही साक्ष्य जुटायेगी।

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