
Bhopal iifm news : मध्यप्रदेश. भारतीय वन प्रबंध संस्थान द्वारा इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में आईऍफ़एस अधिकारियों के लिए छः दिवसीय एमसीटी प्रशिक्षण कार्यकम्र का शुभारंभ सोमवार को हुआ। इस अवसर पर रमेश कुमार गुप्ता, पी.सी.सी.ऍफ़ तथा हॉफ, मध्य प्रदेश मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए एवं अतिथि के रूप में आई.जी.एन.एफ.ए से एम्.सी.टी कार्यक्रम निदेशक अमित कुमार उपस्थित रहे।
अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए श्री गुप्ता ने कहा, “इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न राज्यों के अधिकारियों को एकत्रित होने का अवसर मिलता है, इसके माध्यम से अन्य राज्यों की कार्य नीतियों पर चर्चा कर उनके सकारात्मक पहलुओं को जाने तथा उन्हें अपने राज्य की बेहतरी के लिए अपनाने का प्रयास करें।”
इस कार्यक्रम की आवश्यकता पर बल देते हुए भारतीय वन प्रबंध संस्थान के निदेशक डॉ के. रविचंद्रन ने कहा, “वन अधिकारी के रूप में हम देश के विशाल भूक्षेत्र के अभिरक्षक है, जिसके लिए सकारात्मक रूप से कार्य करने के लिए वन अधिकारियों के बीच संवाद को बढ़ाना अति आवश्यक है। इस क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान होने के नाते, हम आईआईएफएम में इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे है। साथ ही कॉर्पोरेट, औद्योगिक तथा विकास संबंधी क्षेत्रों की जरूरतों को पूर्ण करने की दिशा में प्रयासरत है।
इसी क्रम में पहले दिन आई.आई.एम्. बेंगलुरु के प्रो. पी.डी. जोस द्वारा “नेतृत्व कौशल” पर व्याख्यान दिया गया तथा आई.आई.एफ.एम के प्रो. मनमोहन यादव द्वारा “वन प्रमाणीकरण” के विषय पर विस्तृत चर्चा की गयी।
14 से 19 जून के बीच आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रबंधन मॉड्यूल के विभिन्न विषयों पर देश के प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। इनमें राजनीतिक समकालीन, अर्थव्यवस्था तथा सार्वजनिक सेवा, वित्त प्रबंधन, टीम निर्माण कौशल, संरक्षित क्षेत्र प्रबंधन एवं गांवों का स्वैच्छिक पुनर्वास, सार्वजनिक नीति निर्माण और मूल्यांकन, योग्यता-आधारित कार्मिक प्रबंधन, तनाव प्रबंधन तथा सकारात्मक सोच, वार्ता कौशल, सुशासन, नैतिकता तथा शासन एवं जवाबदेही जैसे विषय शामिल हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागी अधिकारियों को वन संरक्षण में आने वाली चुनौतियों को नियंत्रित करने तथा उसके उचित प्रबंधन करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, प्रो. उज्जल शर्मा द्वारा धन्यवाद् ज्ञापित किया गया।
