भोपाल । शासकीय सरोजनी नायडू कन्या महाविद्यालय भोपाल के मनोविज्ञान विभाग द्वारा एकदिवसीय आनंद कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में राज्य आनंद संस्थान के फ्लैगशिप अल्पविराम कार्यक्रम कार्यशाला में राज्य आनंद संस्थान के मास्टर ट्रेनर एवं भोपाल जिला संपर्क व्यक्ति मुकेश बिले आनंदम सहयोगी अशोक स्वर्णकार , जेपी आनंद एवं मीना सक्सेना के साथ उपस्थित रहे एवम् जीवन में आनंद को बढ़ाने एवं चिंता एवं तनाव को घटाने हेतु सकारात्मक मनोविज्ञान पर आधारित सत्र लिया गया।
उपस्थित छात्राओं को जीवन में वास्तविक खुशी के अर्थ वास्तविक आनंद को प्राप्त करने के तरीके एवं चिंता तथा तनाव को कम करने की विभिन्न तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित किया गया प्रशिक्षकों ने मनोविज्ञान विभाग की छात्राओं से आनंद क्या है उनके जीवन में आनंद की क्या मायने हैं एवं दुख को किस दृष्टिकोण से दिखती है और किस प्रकार अपने दुखों को दूर करने का वह प्रयास करती है ?आनंद के कितने प्रकार हैं? दुख के कितने प्रकार हैं? आदि अनेक प्रश्न किए गए शांत समय लेकर छात्राओं ने बहुत ही सुंदर एवं गंभीरता के साथ सारे प्रश्नों के उत्तर दिए, कुछ ने क्षणिक एवं अनंत सुख की बात की, तो कुछ छात्राओं ने समाज के हित में अपना हित समझने को सुख कहा, तो किसी ने लक्ष्य प्राप्ति को सुख की संज्ञा दी। मास्टर ट्रेनर श्री मुकेश बिले जी एवं टीम ने छात्राओं से विभिन्न आनंदक गतिविधियां करवाई, इन गतिविधियों के माध्यम से छात्राओं को वास्तविक आनंद की पहचान कराई एवं जीवन की समस्याओं के प्रति एक नया दृष्टिकोण विकसित किया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर शैलबाला सिंह बघेल के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनोविज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष श्री संतोष रलावनिया के द्वारा किया गया । इस अवसर पर विभाग के डॉक्टर धीरज झा एवं श्रीमती गीता लेखरा भी उपस्थित रही।धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर मीना सक्सेना मैडम के द्वारा किया गया।