भोपाल । इस बार आयोग ने 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के साथ दिव्यांगों को भी घर बैठे मतदान की सुविधा दी है। बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का मत लेने के लिए पीठासीन अधिकारी घर पहुंच रहे हैं। चुनाव आयोग ने 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए इस बार घर से ही मतदान करने की सुविधा दी है। ऐसे में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग घर से ही किया। उन्होंने आयोग की इस नई सुविधा का लाभ लेते हुए अपने घर पर भी रहकर वोटिंग की। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में लगभग 5 लाख वोट 17 नवम्बर के मतदान दिवस से पहले ही डल जाने का अनुमान है।
भोपाल की 7 विधानसभा सीट के लिए भी बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग मंगलवार से शुरू हो गई है। सुरक्षा इंतजाम के बीच मतदान दल बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घर पहुंचकर मतदान करवाया जा रहा है। सवा लाख से अधिक प्रदेशभर में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता हैं, जिनसे घर बैठे वोटिंग करवाई जा रही है। 9 नवम्बर तक यह मतदान चलेगा। वहीं 8 नवम्बर से चुनावी ड्यूटी में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों को डाक मतपत्र डालने की सुविधा मिलेगी और वे 11 नवम्बर तक मतदान कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि सबसे पहले मतगणना के दिए डाक मतपत्रों की गिनती ही शुरू की जाती है और उसके बाद फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से टेबलों पर गिनती शुरू होती है। डाक मतपत्र पुराने तरीके से ही यानी पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए डलवाए जाते हैं और पूरे प्रदेश में साढ़े 6 लाख से अधिक बुजुर्ग, दिव्यांग औऱ अधिकारी-कर्मचारी व पुलिस के जवान शामिल हैं। अनुमान है कि इनमें से 5 लाख लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। 17 नवम्बर को आम जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी। उसके पहले डाक मतपत्रों के डलने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।