
संविदा कर्मचारियों को वेतन में भारी वृद्धि सहित अवकाश-ग्रेच्युटी-पेंशन और डीए वृद्धि का मिलेगा लाभ

वेतन में 10000 तक का इजाफा
मध्यप्रदेश के शिवराज सरकार द्वारा संविदा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की गई थी। शिवराज सरकार की घोषणा के अनुरूप सभी विभाग निगम मंडल और प्राधिकरण में कार्यरत ढाई लाख संविदा कर्मचारी को सरकार नियमित कर्मचारियों के समान 100% वेतन का भुगतान करेगी। जुलाई से उन्हें इसका लाभ मिलेगा। वहीं अगस्त में मिलने वाले वेतन में वृद्धि तय मानी जा रही है। इससे कर्मचारियों के वेतन में 750 से ₹10000 तक का इजाफा देखा जाएगा।
बता दे संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तुलना में 90% वेतन का भुगतान किया जाता था। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा महाकुंभ में संविदा कर्मियों को 100% वेतन भुगतान की घोषणा की थी। इसके साथ ही संविदा कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का भी लाभ दिया जाएगा, जो जिस पद पर कार्यरत है। उसके अनुसार उसके वेतन का भुगतान किया जाएगा और उसे संवर्ग के महंगाई भत्ते का लाभ उसे मिलेगा।
इतना बढ़ेगा वेतन
- ऐसे में जिला ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिकारी को 64774 रुपए की बजाय 75546 रुपए का लाभ मिल सकता है।
- सहायक यंत्री जिला को 72064 रुपए का लाभ उपलब्ध कराया जा सकता है।
- वहीं सहायक संचालक कृषि के लिए कर्मचारियों के वेतन बढ़कर 72064 रुपए हो सकते हैं
- जबकि लेखा अधिकारी और मीडिया अधिकारी के वेतन बढ़कर भी 72064 रुपए तक पहुंच सकते हैं।
- वरिष्ठ डाटा प्रबंधक को 47352 जबकि जिला समन्वयक को 44100 रुपए तक का लाभ मिल सकता है।
- इसके अलावा लेखापाल को 27600 रुपए डाटा एंट्री ऑपरेटर को 27680 रुपए
- सहायक वार्डन को 24000 रुपए तक का लाभ मिल सकते हैं
- जबकि ब्लॉक समन्वयक के वेतन बढ़कर 23500 रुपए तक हो सकते हैं
- प्रयोगशाला तकनीशियन के वेतन बढ़ कर 10548 रुपए जबकि प्रयोगशाला सहायक का वेतन बढ़कर 4982 रुपए तक पहुंच सकता है।
अब संविदा कर्मी एनपीएस के भी हकदार
इतना ही नहीं अब संविदा कर्मी एनपीएस के भी हकदार हैं। कर्मचारियों को नेशनल पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा। साथ ही अनुकंपा नियुक्ति सहित स्वास्थ्य बीमा योजना का भी लाभ उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा। महिलाओं को समान रूप से मातृत्व अवकाश का लाभ मिलेगा। साथ ही हड़ताल के द्वारा काटे गए वेतन भी उन्हें वापस किए जाएंगे।
स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ
उन्हें स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। सीधी भर्ती में अभी संविदा कर्मचारियों के लिए 20% कोटा रिजर्वेशन है। नई पॉलिसी में इसे बढ़ाकर 50% किया जा रहा है। अफसर और कर्मचारियों को हर साल अप्रेजल रिपोर्ट से भी छूट दी जा रही है। हर साल उन्हें स्व मूल्यांकन करके नहीं देना होगा।
ग्रेच्युटी का लाभ
संविदा कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने के साथ ही उनके रिटायरमेंट पर उन्हें ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाएगा अवकाश नकदीकरण सहित उन्हें 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा भी उपलब्ध कराया जाएगा उन्हें पेंशन देने की भी तैयारी की जा रही है। जिसके लिए संविदा नीति के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
2015 में हुई थी शुरुआत
मध्यप्रदेश में संविदा भर्ती की शुरुआत 2015 में हुई थी। सरकार ने राजपत्र जारी किया था। इसके लाने की बड़ी वजह सरकार के खर्चे को कम करना बताया गया था। वही संविदा पर भर्ती कर्मचारियों की नियुक्ति कांटेक्ट के अनुसार करने का प्रावधान था। विभागों में नियमित कर्मचारियों की कमी को देखते हुए संविदा कर्मचारियों की भर्ती शुरू की गई थी। अभी तक कर्मचारियों को ग्रेच्युटी सहित पेंशन और अन्य लाभ उपलब्ध नहीं होते थे लेकिन अब उन्हें इसका लाभ मिलना है।