सीएम हाउस घेरने जा रहे कॉग्रेंसियो को बलपू्र्वक रोका, चलाई वाटर कैनन, शहर जिलाध्यक्ष सहित कई घायल

पटवारी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोप का मामला
भोपाल । पटवारी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोपो को लेकर कांग्रेस लगातार इसकी जॉच कराने की मांग को लेकर सड़को पर आकर कड़ा विरोध कर रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को सीएम आवास का घेराव करने जा रहे कॉग्रेस कार्यकर्ताओ को पुलिस ने बलपूर्वक रोकते हुए वॉटर कैनन चलाकर तितर बितर किया। कॉ्ग्रेस नेताओ का आरोप है कि पुलिस ने उनकी आवाज को दबाने के लिये लाठी चार्ज किया जिसमें शहर जिला अध्यक्ष सहित महिला कार्यकर्ता भी घायल हुई है। गौरतलब है कि कॉग्रेस पटवारी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगाते हुए इसकी जॉच सीबीआई से कराने की मांग कर रही है। जानकारी के अनुसार फर्जीवाड़े को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में सीएम हाउस का घेराव करने के लिये बड़ी संख्या में कांग्रेसी दोपहर डेढ़ बजे रोशनपुरा चौराहे पर जमा हुए।
यहां सभा के बाद कांग्रेसी सीएम निवास का घेराव करने के लिये कूच कर गये। पहले से सारी तैयारियो के साथ मौजूद पुलिस ने पालीटेक्निक चौराहे से पहले ही बैरिकेड्स लगाकर प्रर्शनकारियो को रोक दिया। इसे लेकर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच जमकर बहसबाजी हो गई। कांग्रेसियों ने वहीं डटे रहकर शिवराज सिंह चौहान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कर्मचारी चयन मंडल को खत्म करने की मांग की।
कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तब हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने कॉग्रेसियो को हटाने के लिये वाटर कैनन से तेज पानी की बौछार मारकर उन्हें तितर बितर करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि भगदड़ के दौरान महक राणा नामक महिला कार्यकर्ता का सिर फूट गया वहीं आज ही अपना पद सभांलने वाले भोपाल शहर जिलाध्यक्ष मोनू सक्सेना भी गंभीर घायल हो गए। दोनो को एंबुलेंस के जरिए इलाज के लिये अस्पताल भेजा गया।
पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए विधायक पीसी शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। विधायक शर्मा ने आरोप लगया की उनकी आवाज को दबाने के लिये सरकार के इशाने पर पुलिस ने जबरन लाठीचार्ज किया। इसमें करीब 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मोनू सक्सेना को आंख के नीचे चोट आई है। वहीं पुलिस अधिकारियो ने लाठीचार्ज किये जाने से इंकार किया है।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार घोटालों की सरकार बन गई है। पहले मुख्यमंत्री चौहान की सरकार में व्यापंम महाघोटाला हुआ जिसमें कई अयोग्य लोगो से मोटी रकम लेकर लेकर उन्हें डॉक्टर बना दिया गया। हाल ही में भिंड के विधायक संजीव कुशवाहा के कालेज से पटवारी भर्ती परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी में से सात टॉप टेन की लिस्ट में रहे। उन्होने सवाल किया की क्या ऐसा हो सकता है, कि पूरे प्रदेश में उसी कालेज में पटवरी भर्ती परीक्षा में एक साथ सात लोग टाप कर लें।
मोनू सक्सेना ने मांग की है की पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले की सीबीआइ जांच कर दोषियो के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए। गौरतलब है कि भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किये गये है। बढ़ता जनआक्रोश देख सीएम शिवराज सिंह चौहान को फिलहाल पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित युवाओं की भर्तियां रोकने का आदेश देना पड़ा है।
