महिलाओं का समर्थन करने वाली कांग्रेस ने महिलाओं को किया दरकिनार
भोपाल। महिलाओं को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां बड़े बड़े वादे और दावे कर रहीं हैं लेकिन धरातल पर इन वादों की असलियत कुछ अलग है। महिलाओं को अपने बराबर देखना पसंद नहीं कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण चंबल ग्वालियर की 34 सीटों के टिकिट वितरण में सामने आया। कांग्रेस पार्टी के द्वारा 229 सीटों के टिकट का वितरण किया जा चुका है। जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग की 34 सीटें भी शामिल है। इन 34 सीटों में कांग्रेस ने किसी भी विधानसभा क्षेत्र से महिला को अपना प्रत्यासी नहीं बनाया है। जहां कांग्रेस में देश की प्रधानमंत्री राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री तक रहीं है। और महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर योजनाएं भी संचालित हैं वहीं वर्तमान में एमपी की बागडोर प्रियंका गांधी के हाथ में उसके बाद यह स्थिति है। जबकि कांग्रेस देश की एक मात्र सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी है। ऐसा क्या रहा की इन्हें इन दो संभागों में एक भी महिला को अपना प्रत्यासी नहीं बनाया। जबकि सागर जिले की चार विधानसभा सीटों पर महिलाओं को प्रत्यासी बनाया है। क्या ग्वालियर और चंबल संभाग में महिला मतदाता नहीं है। गोहद विधानसभा सीट पर दो महिला प्रत्यासियों ने दावा किया था उन्हें प्रत्यासी नहीं बनाया जा सकता था। इस हो कुछ अन्य सीटों पर भी दावेदार रही होंगी । लेकिन सभी को अनदेख किया गया। क्या कांग्रेस का महिलाओं की योजनाओं का इसी तरह अमल होगा। क्या यह महिलाओं का अपमान नहीं है।