निहिलेंट ने लॉन्च किया भारत का पहला नाट्यशास्त्र-आधारित इमोशन एआई प्लेटफ़ॉर्म ‘इमोस्केप’ – एक नई तकनीकी क्रांति की शुरुआत

पुणे, भारत । भारत की प्रमुख डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन कंपनी निहिलेंट लिमिटेड ने आज एक नई टेक्नोलॉजिकल क्रांति की शुरुआत करते हुए अपने अभिनव Emotion AI प्लेटफ़ॉर्म ‘इमोस्केप’ के लॉन्च की घोषणा की। यह अत्याधुनिक एआई इंजन भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान, विशेषकर नाट्यशास्त्र में वर्णित नव रस (9 भावनाएं) को आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 3D मोशन कैप्चर तकनीक के साथ जोड़ता है।
क्या है इमोस्केप?
इमोस्केप दुनिया का पहला ऐसा Emotion AI Tool है जो मानव की सूक्ष्म शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से उसकी भावनात्मक अवस्था को पहचानता है और बिना किसी संपर्क के उसका विश्लेषण करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म सिर्फ एक कैमरे के ज़रिये किसी व्यक्ति के हाव-भाव, मूवमेंट और हाव-भावों से उसकी भावना को पहचानने में सक्षम है, जिससे इसका इस्तेमाल पूरी तरह से नॉन-इनवेसिव और कॉन्टैक्ट-लेस हो जाता है।
इमोस्केप के मुख्य लाभ और उपयोग:
1. स्वास्थ्य सेवा (Healthcare): मानसिक स्वास्थ्य मूल्यांकन, थेरेपी मॉनिटरिंग और इमोशनल स्टेट ट्रैकिंग।
2. शिक्षा (Education): स्टूडेंट एंगेजमेंट और इमोशनल रेस्पॉन्स एनालिसिस।
3. खेल-कूद (Sports): एथलीट्स के परफॉर्मेंस बिहेवियर का विश्लेषण।
4. मार्केटिंग और ब्रांड रिस्पॉन्स: कस्टमर के फेशियल एक्सप्रेशन से रियल-टाइम रिएक्शन ट्रैकिंग।
5. वर्कप्लेस वेलनेस और लीडरशिप: टीम डायनामिक्स और कर्मचारियों की भावनात्मक स्थिति की समझ।
तकनीकी और सांस्कृतिक समावेशन का बेजोड़ उदाहरण:
इमोस्केप की AI तकनीक नाट्यशास्त्र के 9 रसों – श्रृंगार, करुण, वीर, हास्य, रौद्र, भयानक, वीभत्स, अद्भुत और शांत – पर आधारित है। ये प्लेटफ़ॉर्म इंसानों के भावनात्मक जुड़ाव को मशीनों द्वारा समझने की दिशा में एक नई शुरुआत है, जिससे डिजिटल दुनिया में इमोशनल इंटेलिजेंस को भी संभव बनाया गया है।
निहिलेंट के सीईओ एल. सी. सिंह का विज़न:
> “हम मानते हैं कि टेक्नोलॉजी केवल कोड्स और एल्गोरिद्म का खेल नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य इंसानी भावनाओं की समझ और सम्मान को बढ़ावा देना होना चाहिए। इमोस्केप उसी दिशा में एक साहसी कदम है जो भारत की प्राचीन समझ और आधुनिक AI टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।”
डॉ. मोहन अगाशे की प्रतिक्रिया:
जाने-माने मनोचिकित्सक, अभिनेता और शिक्षाविद डॉ. मोहन अगाशे ने इमोस्केप को एक क्रांतिकारी इमोशनल एनालिटिक्स टूल करार देते हुए कहा,
> “अगर इस तकनीक का सही उपयोग किया जाए, तो यह मानसिक स्वास्थ्य और परफॉर्मेंस एनालिसिस के क्षेत्र में एक अमूल्य उपकरण बन सकती है।”
ब्रांड आइडेंटिटी और टैगलाइन:
“When Emotions Face You” और “Where Emotions are Revealed” जैसे ब्रांड संदेशों के साथ लॉन्च किया गया यह प्लेटफ़ॉर्म दर्शाता है कि अब डिजिटल दुनिया में भावनाओं को छुपाना नहीं, समझना होगा।
निष्कर्ष:
निहिलेंट का इमोस्केप न सिर्फ़ एक AI टूल है, बल्कि यह Emotional AI Revolution in India की शुरुआत है। यह प्लेटफ़ॉर्म तकनीक, संस्कृति और करुणा का ऐसा संगम है, जो भविष्य के हर व्यवसाय, संस्था और प्रोफेशनल को मानवता के और नज़दीक लाने का माध्यम बनेगा।