मध्यप्रदेश: 40 हजार से अधिक महिलाओं को पर्यटन क्षेत्र में प्रशिक्षण, 50 नए ऑफबीट डेस्टिनेशन विकसित – प्रमुख सचिव श्री शुक्ला
भोपाल: मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर सृजित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति, श्री शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी दी कि प्रदेश में 40 हजार से अधिक महिलाओं को पर्यटन क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस कदम का उद्देश्य महिलाओं को पर्यटन उद्योग से जोड़ना और उन्हें सशक्त बनाना है।
श्री शुक्ला ने बताया कि भीड़भाड़ वाले प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रबंधित करने के साथ-साथ शांति की चाह रखने वाले पर्यटकों के लिए 50 से अधिक ऑफबीट डेस्टिनेशन विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने यह जानकारी इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के 39वें अधिवेशन के दूसरे दिन ‘रिसर्जेंट इंडिया इनबाउंड – चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के बीच भारत को फिर से स्थापित करने की रणनीति’ विषय पर आयोजित व्यावसायिक सत्र में दी।
इस सत्र में उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव पर्यटन, सुश्री ईशा प्रिया, और एबरक्रॉम्बी एंड केंट के एमडी, श्री विक्रम मधोक ने भी संबोधित किया। सत्र का संचालन भारत सरकार के सेवानिवृत्त सचिव श्री अरविंद सिंह ने किया।
**पर्यटन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों की आवश्यकता**
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने जोर देकर कहा कि पर्यटन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों के लिए एक बेंचमार्क स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इनबाउंड पर्यटन के लिए सही पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर काम किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर संसाधनों का प्रभावी उपयोग किया जाएगा।
**उत्तर प्रदेश की पर्यटन रणनीति पर चर्चा**
उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव पर्यटन, सुश्री ईशा प्रिया ने बताया कि उत्तर प्रदेश ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और इसे मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए अनुकूल बनाने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने राज्य के बौद्ध सर्किट, महाकुंभ मेला और अन्य पर्यटन स्थलों के विकास पर भी प्रकाश डाला।
**एबरक्रॉम्बी एंड केंट के एमडी का विदेशों से सीखने का सुझाव**
श्री विक्रम मधोक ने महामारी के बाद के परिदृश्य में पर्यटन व्यवसाय की संभावनाओं पर बात की। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को उन बाजारों पर ध्यान देना चाहिए जहां उपस्थिति कम है, साथ ही उन्होंने भीड़ प्रबंधन के लिए होमस्टे के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही।
**मध्यप्रदेश पर विशेष सत्र**
सम्मेलन के दौरान मध्यप्रदेश पर एक विशेष सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक, सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने ट्रेवल एजेंट्स और टूर ऑपरेटर्स को मध्यप्रदेश आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि राज्य का नैसर्गिक सौंदर्य, प्राचीन इतिहास, संरक्षित धरोहरें और वन्यजीव विविधता दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। विशेष रूप से महिला पर्यटकों, खासकर एकल महिला पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर, पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाई जा रही है। इस पहल के तहत, पर्यटन क्षेत्र के 8 सेक्टरों में 48 जॉब रोल्स में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस सत्र में प्रदेश के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व के स्थलों पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई।