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एलआईसी ने आरआईएल, टाटा और अदाणी ग्रुप व अन्य कंपनियों में घटाई हिस्सेदारी

इस साल मार्च तक मुकेश अंबानी की कंपनियों में एलआईसी का निवेश सबसे ज्यादा
नई दिल्ली । सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्तीय वर्ष 2024 में सभी प्रमुख समूहों में अपनी हिस्सेदारी घटाकर शेयर बाजार में तेजी का भरपूर फायदा उठाया है। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक हिस्सेदारी कम करने के बावजूद सभी समूहों में इसकी बची हुई हिस्सेदारी का मूल्य काफी हद तक बढ़ गया है। इस साल मार्च तक के शेयरहोल्डिंग डेटा के मुताबिक मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों में एलआईसी का निवेश सबसे ज्यादा है, इसके बाद टाटा और अदाणी ग्रुप की कंपनियां का नंबर आता हैं। ‎पिछले सप्ताह बाजार बंद होने तक शीर्ष समूहों में एलआईसी का निवेश 37.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.39 लाख करोड़ रुपये है। मुकेश अंबानी ग्रुप की कंपनियों में एलआईसी के निवेश का मूल्य सबसे ज्यादा 1.5 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34.2 प्रतिशत अधिक है। एलआईसी ने रिलायंस ग्रुप की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी 6.37 प्रतिशत से घटाकर 6.19 प्रतिशत कर दी। एलआईसी ने इस साल मार्च तक टाटा समूह की कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी घटाकर 4.05 प्रतिशत कर दी, लेकिन इसका मूल्य बढ़कर 1.29 लाख करोड़ रुपये हो गया। जून तिमाही का शेयरहोल्डिंग डेटा अभी उपलब्ध नहीं है। एलआईसी ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी 4.27 प्रतिशत से घटाकर 3.76 प्रतिशत कर दी है। इसकी हिस्सेदारी का मूल्य शुक्रवार तक 49.2 प्रतिशत बढ़कर 64,414 करोड़ रुपये हो गया। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि शेयर बाजारों में तेजी के साथ सरकार को एलआईसी में अपनी 96.5 प्रतिशत हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने पर विचार करना चाहिए ताकि प्राप्त राशि का उपयोग विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा बनाने में किया जा सके।

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