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नई दिल्ली । नकदी संकट से जूझ रही एडटेक फर्म बैजूस के 62 पूर्व कर्मचारियों ने अपने बकाये वेतन भुगतान नहीं करने पर कंपनी को राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) के बेंगलूरु पीठ में दिवालिया कार्यवाही का मामला दायर करने के लिए नोटिस भेजा है। बैजूस ट्यूशन सेंटर दिल्ली के पूर्व गणित शिक्षक और पूर्व कर्मचारियों के प्रतिनिधि ने कहा कि बेंगलूरु की कानूनी फर्म कैनवास लीगल ने 62 कर्मचारियों की ओर से 2.30 करोड़ रुपये से अधिक का डिमांड नोटिस भेजा है। डिमांड नोटिस में कर्मचारियों को पिछले साल से बकाया वेतन तुरंत देने की मांग की गई है। कंपनी द्वारा 4 जुलाई को भेजे गए पत्र में कहा गया है, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि पत्र मिलने के 10 दिनों के भीतर बकाया परिचालन ऋण को बगैर किसी शर्त के पूरा चुकाएं और ऐसा नहीं करने पर हम थिंक ऐंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (बैजूस की मूल कंपनी) के खिलाफ ऋण शोधन अक्षमता समाधान के तहत कार्यवाही शुरू करेंगे। बैजूस के 1,500 से अधिक नाराज पूर्व कर्मचारी भी अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट हो गए हैं। उनमें से अधिकतर कर्मचारी अपने बकाया राशि के भुगतान के लिए कंपनी को एनसीएलटी के बेंगलूरु पीठ ले जाने की प्रक्रिया में हैं। कर्नाटक के श्रम मंत्री संतोष लाड ने हाल में थिंक ऐंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। इसमें लाड ने भी पुराने कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने के लिए कहा था।