भोपाल । निगम मंडल बोर्ड परिषद के वरिष्ठ कर्मचारी नेता अनिल बाजपेई ने मुख्य सचिव के लिखे पत्र में यह मांग की है कि वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन की गलत नीतियों के कारण मुख्यमंत्री की क्षेत्र हेतु रेहटी, बेरसिया, गाडरवारा, करेली, गोटेगांव, बड़ा गांव, निवाड़ी, विदिशा, ढोल खेड़ी, मुरैना, विजयपुर, टीकमगढ़, पवई आदि स्थानों पर कर्मचारी प्रतिदिन कार्यालय में जाते हैं वहां का प्रबंधन उन्हें काम पर नहीं ले रहे हैं। उनसे कहा जा रहा है कि कंपनी में प्राइवेट ज्वॉइन करें उसके फार्म भरे उसके बाद भी कम पर लिया जाएगा। कर्मचारियों ने यह कहा कि विगत 10 से लेकर 16 वर्षों तक एमपी वेयरहाउसिंग लॉजिस्टिक कार्पोरेशन में कार्यरत हैं। औद्योगिक अधिनियम के तहत सेवा शर्तों में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता । लेकिन प्रबंधन इस बात को मानने को तैयार नहीं अनेकों बार ज्ञापन दिए गए । मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत मिलकर चर्चा लोगों ने की कोई हल नहीं निकला। वेयरहाउसिंग कारपोरेशन का नियम सम पदाधिकारी श्रमायुक्त द्वारा आदेश जारी किया गया है । कर्मचारियों को वेयरहाउस आदेशों को पालन करने की मांग की है कि चुनाव अधिसूचना के बाद पूरे प्रदेश के कर्मचारी भोपाल आकर प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन आंदोलन किया जाएगा।
निगम मंडल बोर्ड परिषद के वरिष्ठ कर्मचारी नेता ने ने बताया श्रमायुक्त कार्यालय द्वारा जारी किया गया आदेश ठेके पर कार्य कर्मचारियों को बोनस देना अनिवार्य किया गया था लेकिन निगम मंडलों के जिन कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को नियोजित किया गया है उन्हें बोनस से वंचित किया जा रहा है ऐसी कंपनियों के श्रम विभाग द्वारा जारी किया ठेका प्रथा का लाइसेंस तो उसका निरस्त किया जाए और आदेश न मानने वाले कंपनियों के प्रबंधन के खिलाफ अपराधी प्रकरण दर्ज कराकर उन पर कार्रवाई की जाए प्रदेश के 90% ठेके द्वार कर्मचारियों को शोषण करते हैं। प्रमुख सचिव श्रम से अनुरोध किया है कि ऐसे ठेकेदारों को लाइसेंस किया जाए जो निगम मंडलों में कार्यरत कर्मचारियों को अपनी ओर से उन्हें वेतन दे बोनस दें । ऐसा करने पर प्रबंधन को 10 प्रतिशत जो अधिक अधिक देना पड़ता है उसकी बचत होगी।