नर्मदा परिक्रमा कर लौटे डिजिटल बाबा ने पं. धीरेंद्र शास्त्री को दी सीख, बोले- प्रदीप मिश्रा पर दर्ज हो केस

खंडवा । नर्मदा परिक्रमा पूरी कर वापस लौटे युवा संत राम शंकर महाराज उर्फ डिजिटल बाबा प्रदेश सरकार और पंडित प्रदीप मिश्रा सहित बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पर जमकर बरसे। डिजिटल बाबा ने आरोप लगाया कि लोगों की आस्था का इस्तेमाल कर यह बाबा सत्ता के सामने अपनी ताकत प्रदर्शन कर रहे हैं। डिजिटल बाबा ने कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री मंच पर बैठकर नीति निदेशक की बात तो करते हैं लेकिन, वह अपने भाई और अपनी टीम मेंबर्स को इसका पाठ पढ़ाना भूल गए। पहले उन्हें अपने भाई और बाकी मेंबर्स को इसका पाठ पढ़ाना चाहिए। इतना ही नहीं राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा कराई जाने वाली कथा पर भी डिजिटल बाबा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजनीतिक लोग भी बाबाओं के जरिए अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं, क्योंकि बाबाओं को देखकर भीड़ जुट जाती है। बिना पूर्व तैयारी के इतनी बड़ी भीड़ जुटा लेना, जिसमें लोगों की जान चली जाए, इस हिसाब से तो कथा वाचक पर ही केस दर्ज होना चाहिए। 
सरकार पर साधा निशाना
वैद्धनाथ हिमाचल प्रदेश के आश्रम में रहने वाले डिजिटल बाबा सोशल मीडिया पर खूब छाये रहते हैं। उन्होंने नर्मदा परिक्रमा शुरू की थी जो अब पूरी हो गई है। ऐसे में जब वह परिक्रमा से वापस लौटे तो उन्होंने सरकार और कथावाचकों के ऊपर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि सरकार नर्मदा नदी को साफ करने की बात करती है लेकिन परिक्रमा शुरू करते ही ओंकारेश्वर के गोमुख घाट पर देखा जा सकता है कि पूरे शहर का गंदा पानी मां नर्मदा में मिल रहा है। ऐसे ही सभी दूर शहर का गंदा पानी लाकर मां नर्मदा में डाला जा रहा है। डिजिटल बाबा ने कहा कि सरकार कोई भी हो प्रदेश के मुखिया को इस ओर ध्यान देना चाहिए। डिजिटल बाबा ने नर्मदा में हो रहे अवैद्ध उत्खनन का मुद्दा भी उठाया। साथ ही नर्मदा नदी के किनारे हुए वृक्षारोपण पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे मौसम में वृक्षारोपण किया गया जब बारिश होती ही नहीं, ऐसे में हजारों पौधे मर गए। 
पंडित प्रदीप मिश्रा पर भी साधा निशाना 
डिजिटल बाबा ने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष आयोजन में हुई दुर्घटना का जिक्र करते हुए भी बड़े आरोप लगाए। स्वामी राम शंकर डिजिटल बाबा ने कहा कि चमत्कारी रुद्राक्ष बांटने के नाम पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने लाखों लोगों को जुटा लिया। ना तो सरकार इस बारे में सोच पाई, ना ही पंडित जी ने पूर्वानुमान लगाया कि इतने लोगों के जुटने के बाद क्या होगा। डिजिटल बाबा ने कहा कि कष्ट इस बात का है कि लोगों की आस्था का इस्तेमाल कर यह कथा वाचक सत्ता के सामने अपनी ताकत दिखाने में लगे हैं। डिजिटल बाबा ने कहा की कथा वाचक धर्म के प्रचार के लिए काम करें वो ही अच्छा है, लेकिन वे सत्ता के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने में लगे रहते हैं। 

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को दी सीख 
डिजिटल बाबा ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री सदी के महान कथा वाचक हैं, लेकिन जो आदमी दुनिया भर को संस्कार शिष्टाचार और अनुशासन का पाठ पढ़ा रहा है उसी का भाई कितना बड़ा छिछोरा है यह किसी से छुपा नहीं है। जो की मोबाइल के कैमरों और वीडियो के जरिये सबके सामने आ गया है। मैं धीरेंद्र शास्त्री से कहना चाहता हूं कि सबसे पहले आप अपने आसपास के लोगों को, अपने टीम मेंबर को और अपने भाई को शिष्टाचार पढ़ाइए ताकि आप जो अच्छा काम कर रहे हैं उन लोगों से आपके उस अच्छे कामों की छवि खराब ना हो।
कथा वाचक पर दर्ज होना चाहिए केस 
डिजिटल बाबा से जब पूछा गया कि आप कथावाचक पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि वह सनातन धर्म का काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैंने कटाक्ष सिर्फ इस अंश पर किया है कि जो सनातन धर्म के नाम पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं वह निंदनीय है। विशुद्ध रूप से प्रेम भाव से आप कथा करिये, आपको कोई नहीं रोकेगा लेकिन बिना पूर्व तैयारी के इतनी बड़ी भीड़ जुटा लेना जिसमें लोगों की जान चली जाए, इस हिसाब से तो कथा वाचक पर ही केस दर्ज होना चाहिए।

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