जबलपुर । मध्य प्रदेश जागरूक अधिकारी कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन ने बताया कि बिना सुनियोजित योजना के वित्त विभाग ने आई.एफ.एम.आई.एस. पर ई मुद्रा के माध्यम से ई-साइन प्रक्रिया लागू कर दी जो की वर्तमान मे विफल होती नजर आ रही है. आई.एफ.एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर पर कार्य करने वाले लिपिको को एक-एक देयको को तैयार कर आगे बढ़ाने मे घंटो लग रहे हैं। वर्तमान मे स्थिति यह है की घंटो देर रात्रि तक बैठकर कार्य लिपिको को करना पड़ रहा है. आलम यह है एक ही देयक को तैयार करने और उन्हें एप्रूव करने मे एडी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। कोषालय मे उपस्थित प्रोग्रामरों द्वारा भी सहयोगात्मक रवैया नहीं होने के कारण कई कर्मचारियों को सॉफ्टवेयर की नाकामी के चलते दर दर भटकना पड़ रहा है। सॉफ्टवेयर पर कार्य करने वाले लिपिक मार्च मे कार्य की अधिकता के साथ सॉफ्टवेयर की नाकामी के चलते मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे है जिससे उन्हे बी. पी. शुगर इत्यादि की बीमारी घेर रही है। संगठन के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन, हेमंत ठाकरे, शहीर मुमताज़, दिनेश गौंड़, राकेश श्रीवास, अफरोज खान, गुडविन चार्ल्स, राजकुमार यादव, धनराज पिल्ले, एनोस विक्टर, सुधीर अवधिया, स्टेनली नॉबर्ट, आदि ने शासन से मांग की है कि आई एफएमएस सॉफ्टवेयर में शीघ्र सुधार किया जाए।
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