मुंबई । ठाणे एंटी करप्शन (एसीबी) ने उल्हासनगर मनपा के सहायक आयुक्त को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। साथ ही एसीबी ने मनपा के बिट मुकदम तथा एक निजी चालक को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह बिट मुकादम तथा निजी चालक सहायक आयुक्त के लिए पैसा ले रहा था। एंटी करप्शन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि उल्हासनगर में एक निर्माण ठेकेदार को उसके निर्माण कार्य नहीं तोड़े जाने के एवज में मनपा के प्रभाग समिति एक के बीट मुकादम प्रकाश सकट तथा एक निजी चालक प्रदीप उमाप द्वारा उससे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। निर्माणकर्ता ने इसकी शिकायत ठाणे एंटी करप्शन से की। जिसके बाद सोमवार शाम बीट मुकादम प्रकाश सकट तथा एक निजी चालक प्रदीप उमाप को निर्माणकर्ता से बीस हजार रुपये की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। जांच के बाद पता चला कि बिट मुकादम सकट सहायक आयुक्त अजित गोवारी के लिए वसूली कर रहा था, जिसके बाद एंटी करप्शन ने सहायक आयुक्त अजीत गोवारी और निजी चालक प्रदीप उमाप को भी हिरासत में लिया और आगे की जांच चल रही है। आपको बता दें कि उल्हासनगर मनपा का प्रायः हर विभाग वर्षों से भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा है। अब तक एक दर्जन से अधिक कर्मचारी और अधिकारी एंटी करप्शन के हत्थे चढ़ चुके हैं मगर भ्रष्टाचार थम नहीं रहा है।
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