मध्यप्रदेश के कटनी कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जन सुनवाई के दौरान बिजली के बिलों से परेशान एक महिला रोने लगी। वह कलेक्टर अवि प्रसाद से समस्या के निराकरण करने की मांग करने लगी। हालांकि, कलेक्टर से मिलना इतना आसान नहीं था। लेकिन बाद में कलेक्टर ने उसे बुलाकर उसकी समस्या सुनी और निराकरण करने का आश्वासन दिया।
पीड़ित महिला का नाम रेशमा झरिया है। वह मंगलवार को अपनी परेशानी लेकर कटनी कलेक्टर ऑफिस में हो रही जन सुनवाई में पहुंची। रेशमा पिछले छह महीनों से बिजली विभाग के मनमाने बिलों से बहुत परेशान है।
पिछले छह महीने से आ रहे बढ़े हुए बिजली के बिल
रेशमा ने बताया कि वह इंद्रा ज्योति कॉलोनी में अपने सास और तीन बच्चियों के साथ रहती है। ससुर का देहांत हो गया और पति काम के लिए बाहर चले गए। घर चलाने के लिए वह मजदूरी करती है। जैसे-तैसे दोनों बच्चियों को पढ़ा रही है। लेकिन बिजली विभाग की ओर से भेजे जा रहे मनमाने बिलों से वह परेशान हो गई है। ऐसा पिछले छह माह से हो रहा है।
पीड़िता ने रोते-रोते बताया कि पहले 28 हजार का बिल भेजा था। पैसे हम चुका नहीं सके तो विभाग के लोगों ने घर का कनेक्शन काटकर राशि जमा कराने के निर्देश दिए। फिर यहां-वहां से कर्ज लेकर 28 हजार चुकाया ही था कि 60 हजार का बिल फिर से थमा दिया।
रेशमा ने बताया कि घर में बिजली विभाग का मीटर गरीबी रेखा के कार्ड से लगवाया है। लेकिन उसमें कभी 28 हजार का तो कभी 60 हजार का बिल आ रहा है। इसकी शिकायत लेकर कलेक्टर अवि प्रसाद के पास दो दिनों से आ रही है, लेकिन मिल नहीं पा रहे। हालांकि मीडिया ने जैसे ही रेशमा झरिया से बात की तो कलेक्टर ने पीड़िता को अपने पास बुला लिया।
'जल्द ही समस्या का निराकरण कर दिया जाएगा'
इस मामले को लेकर कलेक्टर ने बताया कि महिला जन सुनवाई में शिकायत लगा चुकी थी, लेकिन वह मुझसे मिलकर अपनी समस्या बताना चाहती थी। उसके बिजली के बिल की शिकायत मैंने संबंधित अधिकारी तक पहुंचा दी है। उसका जल्द ही निराकरण कर दिया जाएगा।
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