मोबाइल कंपनियां 5जी आरंभ कर रही हैं वहीं स्पीड 2 जी की भी नहीं

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा खराब नेटवर्क
 उपभोक्ता पोर्टेबिल्टी बदलने को मजबूर
नई दिल्ली । टेलीकॉम ऑपरेटर 4जी और 5जी की बात कर रहे हैं। लेकिन अभी भी कॉल ड्रॉप और इंटरनेट स्पीड को लेकर 2G की स्पीड भी मोबाइल ऑपरेटर नहीं दे पा रहे हैं। जिसके कारण उपभोक्ता टेलीकॉम कंपनियों की ठगी का शिकार हो रहा है। बार-बार उपभोक्ता पोटेबिलिटी में टेलीकॉम कंपनियों को बदल रहा है। इसके बाद भी नेटवर्क और इंटरनेट स्पीड की समस्या बनी हुई है। देश में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की हालत सबसे ज्यादा खराब है। टेलीकॉम नियामक आयोग आंख बंद करके बैठा हुआ है। टेलीकॉम कंपनियां उपभोक्ताओं का शोषण कर रही हैं। टेलीकॉम कंपनियां कहती है, वह सेवाएं नहीं देती हैं। प्रतिस्पर्धा आयोग भी इन टेलीकॉम नेटवर्क कंपनियों की मोनोपोली पर कोई कार्यवाही नहीं करती है। देश के विभिन्न राज्यों में टेलीकॉम सेवाओं से परेशान उपभोक्ता बार-बार अपने ऑपरेटर बदल रहे हैं। इसके बाद भी 2G जैसी सेवाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
- राज्यवार उपभोक्ता
टेलीकॉम ऑपरेटर की खराब सेवाओं से नाराज हैं। जिन राज्यों में दिसंबर 2022 की स्थिति में उपभोक्ताओं टेलिफोन ऑपरेटर बदले हैं। उनमें सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश के 29.90 लाख, मध्य प्रदेश के 11.60 लाख,महाराष्ट्र के 10.40 लाख, राजस्थान के 7.60 लाख, गुजरात के 7.70 लाख, पश्चिम बंगाल के 7.50 लाख, आंध्र प्रदेश के 6.50 लाख, कर्नाटक के 6.20 लाख,दिल्ली के 6.10 लाख, और हिमाचल प्रदेश के 3.20 लाख उपभोक्ताओं में अपने ऑपरेटर को बदल दिया है. यह सभी उपभोक्ता अपने ऑपरेटर की खराब सेवाओं को लेकर परेशान थे।

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